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गरियाबंद की एक नन्ही कलाकार कुछ इस तरीके से कर रही है लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक

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Nov 24, 2019

पुरूषोत्तम पात्रा : बिगड़ते प्रदूषण को लेकर एक ओर जहां देश की राजधानी दिल्ली से लेकर प्रदेश की राजधानी रायपुर तक हाय तौबा मची हुयी है और जिम्मेदार दूसरी की जिम्मेदारी बताकर खुद की जिम्मेदारी से किनारा कर रहे हैं वहीं गरियाबंद की एक नन्ही कलाकार अपने गीत के द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने की जिम्मेदारी निभा रही है।

लोगों को पर्यावरण के प्रति कर रहीं जागरूक
शुद्ध छत्तीसगढ में अपनी सुरीली आवाज से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करती ये गरियाबंद जिले के एक छोटे से गांव लोहरसी की नंदनी यादव है, 17 वर्षीय 9वीं क्लास की छात्रा नंदनी अपने गीत के माध्यम से पर्यावरण को बचाने की अपील कर रही है, उनका मानना है कि वनों और खेतों में आग लगाने से पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान होता है, इसलिए वह अपने गीत के माध्यम से लोगो को वनों और खेतो में आग नही लगाने की अपील कर रही है, नंदनी अपने इस गीत को प्रदेश के कई साहित्यिक मंचो पर प्रस्तुत करके सुर्खियां बटोर चुकी है, देश और प्रदेश में बढते प्रदुषण से उनका गीत एक बार फिर चर्चा में है।

अब तक कई गीत गा चुकी हैं नंदनी
नंदनी को बचपन से ही संगीत का शौक है, वह अब तक कई गीत गा चुकी है, नंदनी को ये सब विरासत में मिला है उनके पिता राजकुमार भी कवि है और नंदनी ने उनसे ही काफी कुछ सीखा है हालांकि वे अपना गुरु गौकरण मानिकपुरी को मानती है और भविष्य में भारतीय लोक कला को नयी उंचाईयों पर पहुंचाने के लिए कला के क्षेत्र में ही अपना कैरियर बना चाहती है।

पर्यावरण प्रदूषण बनी समस्या
प्रदूषण के क्या हालात है ये बात शहर के लोगों से बेहतर खासकर मैट्रो सिटी के लोगों से बेहतर भला कौन जान सकता है, फिर चाहे वे भारत के मैट्रो सिटी में रहने वाले लोग हो या फिर विदेश के किसी शहर में रहने वाले हो पर्यावरण प्रदूषण आज विश्व के लिए एक बड़ी समस्या बन गयी है, और इसका समाधान तभी हो सकता है जब हर व्यक्ति नंदनी की तरह प्रदूषण के प्रति अपनी जागरुकता दिखाएगा।