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बीजापुरः कँवर समाज ने मनाया शहीद सीताराम कँवर का शहादत दिवस

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Oct 10, 2019

कँवर समाज की ओर से शहीद सीताराम कँवर का शहादत दिवस 9 अक्टूबर को बीजापुर के आरईएस कालोनी में मनाया गया। इस अवसर पर उनके छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रध्दा सुमन अर्पित किए गए। कँवर समाज के बीजापुर जिला अध्यक्ष कमलेश्वर सिंह पैंकरा ने कहा कि वीर शहीद क्रांतिकारी सीताराम कँवर ने सन 1857-58 में निमाड़ क्षेत्र में सशस्त्र विद्रोह कर न केवल ब्रिटिश साम्राज्य बल्कि होल्कर के भी छक्के छुड़ा दिए थे। 9 अक्टूबर 1858 को ब्रिटिश सैन्य बलों के साथ बंड नामक स्थान पर आमना सामना हुआ और भीषण मुठभेड़ में विद्रोही परास्त हुए। इस मुठभेड़ में वीर शहीद सीताराम कँवर सहित 20 विद्रोही वीरगति को प्राप्त हुए थे।

इस अवसर पर आदिवासी समुदाय के गौरवशाली इतिहास पर डाला गया प्रकाश

गवर्नर जनरल के 10 अक्टूबर 1858 के पत्र के अनुसार वीर सीताराम कँवर को शौच जाने के दौरान मेजर कीटिंग की फोर्स ने अचानक गोलियां दागी तथा वीर सीताराम कँवर सहित 12 विद्रोही पकड़ लिए गए। पत्र में यह भी उल्लेख है कि सीताराम कँवर का सिर कैम्प लाया गया, उनकी पहचान कर ली गई। पत्र आगे बताता है कि इसमें कोई शक नहीं कि वे मारे गए। वीर सीताराम कँवर के 78 साथी पकड़े गए, जिसमें पुट्ठा सिंह और चांद खां भी थे, जिन्हें फांसी दे दी गई। कँवर समाज के सदस्य सत्यजीत सिंह कँवर ने कार्यक्रम आयोजन की महत्ता के बारे में बताया कि पिछले तीन सालों से लगातार वीर शहीद सीताराम कँवर का शहादत दिवस मनाने के पीछे स्वतंत्रता संग्राम में कँवर समुदाय की भागीदारी व कँवर गौरव को आने वाली पीढ़ी को बताने सिखाने व गौरवशाली कँवरान इतिहास को बताना है। इस अवसर पर गोंडवाना समन्वय समिति के सदस्य व कोया पुनेम प्रशिक्षक सुशील हेमला ने आदिवासी समुदाय के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।