Feb 20, 2019
आशीष तिवारी- नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश के बावजूद नान घोटाले मामले में चल रही एसआईटी जांच को अवैध बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की जा रही है। कौशिक ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश के बावजूद एसआईटी कुछ आरोपियों को बचाने के साथ निर्दोषों को फंसाने के प्रयास में जुटी है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि हाईकोर्ट की अंतरिम व्यवस्था का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि एसआईटी यदि लगातार हाईकोर्ट की व्यवस्था की अनदेखी करती है, तो वह कोर्ट की मानहानि की याचिका लगाने पर विचार करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए लिखा है कि -मुझे विश्वास है कि आप एसआईटी को कानून का सम्मान करने और कोर्ट के आदेश का उल्लंघन न करने के लिए निर्देशित करेंगे।
प्रस्तुत साक्ष्यों से एसआईटी छेड़छाड़ कर रही
गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने नान घोटाले की जांच के लिए गठित एसआईटी को चुनौती देने वाली जनहित याचिका बिलासपुर हाईकोर्ट में लगाई थी। एसआईटी की जांच से जुड़ी खबर मीडिया में प्रकाशित होने के मामले पर धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखी चिट्ठी में इस बात का भी उल्लेख किया है कि समाचार पत्रों में छपी खबरों से ये इंगित होता है कि ट्रायल कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत साक्ष्यों से एसआईटी छेड़छाड़ कर रही है। चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी और पीपी साहू की डिवीजन बेंच में हुई सुनवाई में कहा गया कि जांच के दौरान किसी भी संवैधानिक अधिकारों का हनन ना हो। साथ ही कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 1 मार्च की तारीख मुकर्रर करते हुए अपने अंतरिम आदेश में कहा था कि जांच यथास्थिति रखी जाए। कोर्ट ने शासन से इस मामले में जवाब भी तलब किया है।