Loading...
अभी-अभी:

42 घंटे तक नक्सलियों पर किया 'प्रहार', कैंप ध्वस्त

image

Feb 23, 2019

शिवा यादव- नक्सलियों की बटालियन और हिड़मा के होने की सूचना पर सुकमा और बीजापुर की संयुक्त फोर्स ऑपरेशन प्रहार-4 निकली थी। छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजपुर के बॉर्डर पर सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच चल रही मुठभेड़ करीब 42 घंटे बाद खत्म हो गई है। सुरक्षा बल के जवानों ने ऑपरेशन प्रहार-4 के तहत नक्सलियों के गढ़ में हमला किया था। इस दौरान रूक-रूक कर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ चल रही थी। पुलिस का दावा है कि ऑपरेशन प्रहार-4 के तहत नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया गया है। इसके साथ ही भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। खुद को कमजोर पड़ता देख नक्सली फरार हो गए।

घायल होने के बाद हथियार छोड़, आग के हवाले कर भागे नक्सली

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की बटालियन और हिड़मा के होने की सूचना पर सुकमा और बीजापुर की संयुक्त फोर्स ऑपरेशन प्रहार-4 निकली थी। खून के धब्बे देख पुलिस ने दावा किया है कि 12 से 14 नक्सली घायल हुए। सुकमा एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि आगे भी इस तरह बटालियन को नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हिट किया जाएगा। बता दें कि बुधवार की देर रात ऑपरेशन प्रहार-4 सुकमा और बीजापुर के सीमावर्ती इलाके में शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन के तहत एसटीएफ, डीआरजी व कोबरा के करीब 1500 जवानों को शामिल किया गया। इस दौरान नक्सलियों के साथ चार बार मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन जवान घायल हो गए। इनमें से एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसका इलाज रायपुर में किया जा रहा है। मुठभेड़ के दौरान नक्सली हथियार व आईईडी बरामद की गई, जिसे मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया गया। शाम में भी रूक-रूक कर फायरिंग हो रही थी। सुकमा के बटेलंका और एरपल्ली इलाकों में जवान ऑपरेशन पर थे। सुकमा व बीजापुर का सीमावर्ती इलाका बटेलंका और एरपल्ली में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी।