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बिलासपुरः चिन्हारी कानन पेंडारी मिनी जू में हो रही अधिकारियों की लापरवाही

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Jun 18, 2019

अभिषेक सेमर- छत्तीसगढ़ के मिनी-जू में लापरवाही का रार अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन नए मामलों में बिलासपुर के चिन्हारी कानन पेंडारी लापरवाही सुर्ख़ियों के चर्चा में बना हुआ है। इसके बाद भी कानन पेंडारी और वन विभाग के अधिकारीयों के कान में जू तक नहीं रेंग रही है और लापरवाही बरतने की परम्परा लगातार जारी है।

इस मामले में हाल ही में स्वराज एक्सप्रेस न्यूज़ ने एक स्पेशल रिपोर्ट के जरिए, पानी टंकी में जहर घोल रही मृत छिपकली के जहरीले पानी पीने से मौत होने की संभावना की खबर को प्रमुखता से प्रसारित कर प्रशासन को अलर्ट किया था। जिससे यहाँ के अधिकारी कोई सबक नहीं ले पाए और संभावनाओं पर मुहर लगने में देरी भी नहीं लगी।

बिना किसी को सूचना दिए दरियाईघोड़े का जल्दबाजी में पोस्टमार्टम कर दिया

दरअसल बिलासपुर कानन पेंडारी मिनी-जू के नाम से मशहूर है। वहीँ रविवार की सुबह हिप्पोपोटामस (दरियाईघोड़ा) की मौत होने की खबर से कानन पेंडारी के अधिकारीयों में हडकंप मच गया और आनन फानन में मामले में पर्दा डालने के लिए तत्काल पोस्टमार्टम कराए। फिर कफ़न-दफन करके मौत के कारणों को भी हिप्पोपोटामस के साथ दबा दिया। बताया जा रहा है कि मृत मादा हिप्पोपोटामस का नाम सजनी था। उसकी 24 वर्ष की आयु में असमय मौत हो गई। वहीँ आनन-फानन में वन विभाग के अधिकारी और डॉक्टर्स ने बिना किसी को सूचना दिए दरियाईघोड़े का गुप-चुप तरीके से जल्दबाजी में पोस्टमार्टम कर दिया। इसके अलावा बंद कमरे में बैठकर कागजों पर लिपापोती करने में जुटे रहें। वहीँ हिप्पोपोटामस की खबर आग की तरह पूरे शहर में फ़ैल गई और सूचना मिलते ही तखतपुर विधायिका रश्मि सिंह और कांग्रेस ग्रामीण जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी व किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील शुक्ला अपने समर्थकों के साथ कानन पेंडारी पहुंचे।

केंज में पर्याप्त पानी नहीं होने से मादा हिप्पोपोटेमस की हुई मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कानन पेण्डारी मिनी-जू में प्रशासन के लापरवाही का शिकार एक गर्भवती मादा हिप्पोपोटेमस हो गई। केंज में पर्याप्त पानी नहीं होने से मादा हिप्पोपोटेमस सजनी की देर रात मौत हो गई। सुबह जब केंज किपर केंज के पास गया, तब मृत मादा को देखकर इसकी सूचना कानन में पदस्थ अधिकारियों को दी गई। घटना के समय कानन में न ही रेंजर, एसडीओ व डॉक्टर सहित कोई भी संबंधित अधिकारी मौजूद नहीं थे। सूचना मिलने पर विधायक रश्मि सिंह कानन पेंडारी अचानक पहुंची। जिसे देखते ही अधिकारी और डॉक्टर्स के हाथ-पाँव फूल गए और सभी अधिकारी एक दूसरे का मुंह ताकने लगे।

तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने अधिकारियों को लगाई फटकार

इस मामले में तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने जब अधिकारियों से मौत का कारण पूछा तो उनके गोलमोल जवाब मिलने लगे। जिस पर विधायक नाराज हो गई और जमकर फटकार लगाईं, कि आप लोगों के जवाब अलग-अलग मिल रहे हैं। ऐसे में दरियाईघोड़े के मौत पर अब सवाल जन्म लेने लगा है। कानन में वन्य प्राणियों की मौत चिंताजनक विषय है। आप लोगों को इतनी हड़बड़ी किस बात की थी कि मामले को रफा-दफा करने में जरा भी देरी नहीं किए और अंतिम संस्कार कर दिए। यह मामला अब यहीं तक नहीं थमने वाला है। इस सवाल को मैं विधानसभा में उठाउंगी और अगर जरूरत पड़ी तो आप गैर जिम्मेदार अधिकारीयों का तत्काल प्रभाव से तबादला करने की मांग करुँगी क्योंकि कानन पेंडारी ना सिर्फ बिलासपुर बल्कि छत्तीसगढ़ की धरोहर है और यही हमारी पहचान है। यहाँ किसी भी तरह की लापरवाही में समझौता नहीं होना चाहिए। इसे मैं बर्दाश नहीं करुँगी।

इस संबध में वन मंडलाधिकारी संदीप बल्गा ने बताया कि मादा हिप्पोपोटेमस सजनी की मौत मायो क्रार्डियल रिफ्राक्शन के कारण कार्डियो रेस्पायरेटरी कोलेप्स के कारण होना बताया जा रहा है। मामले की जांच की जायेगी। अगर कोई दोषी मिलता है तो उस पर निश्चित तौर पर कार्यवाही की जायेगी।