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गौरेलाः कुत्ता काटने के बाद रेबीज़ इन्फेक्टेड होने से एक व्यक्ति की मौत

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Aug 2, 2019

बालकृष्ण अग्रवाल- पेंड्रा थानाक्षेत्र के ग्राम कुड़कई निवासी कमलेश भरिया की कुत्ता काटने के बाद रेबीज़ इन्फेक्टेड होने से मौत हो गयी। कमलेश ने कुत्ता काटने के बाद चिकित्सकीय उपचार न करा कर झाड़ फूंक और देशी दवा पर भरोसा किया था। उपचार के 1 माह बाद अचानक शरीर में रेबीज फैलने से उनकी मौत हो गई। लगातार जागरूकता फैलाने के बावजूद ग्रामीण इलाके के लोग आज भी सांप और कुत्ता काटने के बाद झाड़-फूंक और देसी दवा पर भरोसा कर रहे हैं, जिसकी कीमत कमलेश भारिया को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।

पेंड्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रैबीज के इंजेक्शन नहीं हैं उपलब्ध

दरअसल कमलेश को 1 माह पूर्व घर के सामने एक कुत्ते ने काट लिया था। जिसके बाद उसने चिकित्सकीय उपचार ना करा कर, देसी दवा और झाड़-फूंक करा लिया। उसके 1 माह बाद अचानक कमलेश को अहसास हुआ कि उसके शरीर में रेबीज फैल रहा है, पर तब तक वह चिकित्सकीय उपचार की सीमा से बाहर जा चुका था। नतीजतन कल सुबह उसकी मौत हो गई। मरने के पूर्व उसने अपनी पत्नी के पैर में भी काट लिया। अब रेबीस इन्फेक्टेड होने की वजह से पत्नी को रेबीज के इंजेक्शन लगाने होंगे। ज्ञात हो कि 1 बार शरीर रेबीज़ इन्फेक्टेड होने के बाद लाइलाज हो जाता है। हालांकि इस दौरान या बाद में यह बात सामने आई कि पेंड्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ दो ही रैबीज के इंजेक्शन बचे हुए हैं और दवा सप्लाई करने वाली सरकारी संस्था CGMSC ने लगभग एक माह से एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई रोक रखी है। जिसकी वजह से कई अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि ग्रामीण आकिर रेबीज़ के इन्जेक्शन लगवाना भी चाहे तो कहां जायें।