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रायपुरः कृषि उत्पाद से बायो फ़्यूल उत्पादन को लेकर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

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May 21, 2019

हेमन्त शर्मा- राजधानी के नई सर्किट हाउस में कल कृषि उत्पाद से बायो फ़्यूल उत्पादन को लेकर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहे। इसके अलावा कार्यशाला में वनमंत्री मो. अकबर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, आदिम जाति कल्याण मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह भी शामिल हुए थे। कार्यशाला में 4 ग्रुप बनाकर चर्चा की गई। बायोमास के उत्पाद को लेकर टेक्नोलॉजी, बायो विशेषज्ञ, बैंक और फाइनेंस के विशेषज्ञों के बीच चर्चा की गई। इस कार्यशाला को भूपेश सरकार के नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत अहम माना जा रहा है।

उपलब्ध संसाधनों बायो फ़्यूल का किया जायेगा उत्पादन

वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यशाला में कहा कि पिछली सरकार ने रतन जोत से बायो डीजल के लिए प्रयास किया था, लेकिन असफल रही। इसकी वजह गलत दिशा में किया गया प्रयास था। पूरा संसाधन रतन जोत के उत्पादन में लगा दिया गया था, जिससे पूरा सिस्टम फेल हो गया। हमारी सरकार उपलब्ध संसाधनों बायो फ़्यूल उत्पादन करेंगे।

खेती को लाभ का धंधा बनाना होगा

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि उत्पाद से बायो फ़्यूल उत्पादन बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। अभी सबसे ज्यादा विदेशी धन पेट्रोलियम पदार्थों में लग रहा है। खेती को लाभ का धंधा बना दिया जाए, तो लोग नौकरी के पीछे नहीं भागेंगे। कृषि उत्पाद से यदि हम बायो फ़्यूल बनाएंगे, तो लोगों को लाभ भी होगा, रोजगार मिलेगा, नैसर्गिक संसाधनों का नुकसान कम होगा। विदेशी धन भी बचेगा। इसे निरन्तर बनाया जा सकता है। धान और गन्ना से रॉ मटेरियल उपलब्ध हो जाएंगे।