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महासमुंदः स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व गायत्री परिवार के सिद्ध युग प्रणेता पंडित  ज्वाला प्रसाद  शर्मा जी नहीं रहे

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Mar 9, 2019

रेखराज साहू- महासमुंद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व गायत्री परिवार के सिद्ध युग प्रणेता पंडित  ज्वाला प्रसाद  शर्मा  अब हमारे बीच नहीं रहे। वे 95 वर्ष के थे। उन्होंने 8-9 मार्च  की रात रायपुर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार महासमुंद के मुक्तिधाम में कल दोपहर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। जिले के कलेक्टर सुनील जैन और एसपी संतोष सिंह ने उनके निवास पर स्व शर्मा को तिरंगा देकर पुष्प चक्र अर्पित किया। उनके अंतिम दर्शन के लिए  गांधी  चौक स्थित उनके निवास में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शहर के हर वर्ग के लोग और सभी पार्टी के नेता पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

जब वे जिंदा थे, तब किसी शासन और प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली

आपको बता दें कि पंडित जी आजादी के पहले ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद सामाजिक सुधार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। इसके लिए वे गायत्री मिशन से जुड़ कर कार्य करने लगे। गायत्री मिशन के संस्थापक युग पुरुष पं. श्रीराम शर्मा आचार्य को भी उनके पास बार-बार आना पड़ा था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में समूचे देश में जनता ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ उठ खड़ी हुई थी। महासमुंद क्षेत्र के सेनानियों ने भी अंग्रेजी सत्ता की जड़ें उखाड़ने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। स्व. शर्मा के परिजन उन्हें मृत्यु उपरांत दिए गए सम्मान पर कहा कि जब वे जिंदा थे, तब किसी शासन और प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली और किसी भी प्रकार से उनकी मदद गुहार लगाने के बाद भी नहीं की। महज औपचारिकता के तौर पर साल में 2 बार राष्ट्रीय पर्व पर सम्मानित कर दिया जाता था। तो वहीं लोगों ने स्व. शर्मा के निधन को अपूर्णीय क्षति बतलाया।