Mar 1, 2019
सुनील पासवान: बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पलगी मैं कूड़ाकु और पंडो जनजाति के लोग निवास करते हैं। वहीं उनको पीने का साफ पानी भी नसीब नहीं हो रहा है।आज भी लोग नाले का गंदा पानी पीने पर मजबूर है।
देश की आजादी को करीब 70 वर्ष हो गए हैं लेकिन देश में कई सरकारें आई और सरकारों ने गरीबी हटाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले खासकर आदिवासी व पिछड़ी जनजाति लोगों की स्थिति सुधारने के लिए बड़े बड़े वादे भी किए लेकिन सिर्फ कागजों पर। बता दें कि आज तक सरकार अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाई। आज भी बलरामपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। आज भी बलरामपुर जिले के कुछ ऐसे गांव हैं जहां लोगों को पीने का पानी जैसे महत्वपूर्ण और मूलभूत सुविधा भी मिल पाना संभव नहीं हो रहा है।
बहरहाल ग्रामीणों का कहना है कि गांव में नल लगाने वाली मशीनें तो कई बार आई लेकिन नल नहीं लगा। मशीन वापस गांव से चली जाती है। लेकिन उनके क्षेत्र में बोरिंग ना करके किसी और क्षेत्रों में बोरिंग कर चली जाती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में रहने वाले दबंगों के द्वारा उनके लिए आई बोरिंग मशीन अपने घरों में लगा देते हैं। जिनकी वजह से जनजातियों के लोगों को गंदा पानी पीना पड़ता है जो बीमारियों को सीधे निमंत्रण देता है ग्रामीणों को गंदा पानी पीने से बच्चे भी हमेशा बीमार होते रहते हैं।
वहीं तत्कालीन नव पदस्थ कलेक्टर संजीव कुमार झा ने इस मामले को अपने संज्ञान में लेते हुए कहा है कि इस संदर्भ में हम जानकारी लेकर जल्द से जल्द समस्या का निराकरण करेंगे।