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राजनंदगांवः राष्ट्रीय राजमार्ग में ठाकुर टोला के समीप बने टोल प्लाजा को हटाने की मांग कर रहे स्थानीय लोग

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Jan 12, 2020

मनोज मिश्ररेकर - जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग में ठाकुर टोला के समीप बने टोल प्लाजा का विरोध शुरू हो गया है। इस टोल प्लाजा को यहां से हटाने की मांग को लेकर राजनांदगांव शहर के सैकड़ों लोगों ने टोल प्लाजा के सामने प्रदर्शन किया। राजनांदगांव शहर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम ठाकुर टोला में राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल प्लाजा का निर्माण किया गया है। इस टोल प्लाजा के निर्माण के बाद यहां राजनांदगांव पासिंग की सीजी 8 गाड़ियों को टोल से छूट देने की बात कही गई थी। जिसके बाद यहां की गाड़ियों को टोल से राहत भी मिली, लेकिन फास्टैग आने से अब स्थानीय गाड़ियों से भी टोल वसूली की जा रही है। जिसके विरोध में आज शहर के सभी दलों से जुड़े लोगों ने टोल प्लाजा के समीप पहुंचकर प्रदर्शन किया और इस टोल प्लाजा को यहां से हटाकर टप्पा क्षेत्र में ले जाने की बात कही।

राजनांदगांव टोल प्लाजा और दुर्ग के टोल प्लाजा दूरी का अंतर लगभग 20 किमी

राजनांदगांव शहर के ठाकुर टोला में बने इस टोल प्लाजा का विरोध इसलिए भी हो रहा है क्योंकि नियमों के अनुसार टोल प्लाजा की दूरी दूसरे टोल प्लाजा से 60 किलोमीटर की होनी चाहिए। राजनांदगांव टोल प्लाजा और दुर्ग के टोल प्लाजा दूरी का अंतर लगभग 20 किलोमीटर से भी कम है। जिसे देखते हुए इसे यहां से हटाने की मांग की जा रही है। ठाकुर टोला में टोल प्लाजा बनने से टोल वसूली के चलते यहां का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है क्योंकि राजनांदगांव जिले की एक बड़ी आबादी सोमनी और अंजोरा क्षेत्र में निवास करती है। जिसे जिला मुख्यालय आना पड़ता है।

प्लाजा को हटाने वर्तमान सांसद संतोष पांडे ने भी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को लिखा पत्र

वहीं जिला मुख्यालय से किराना सहित अन्य सामानों की ढुलाई करने में भी टोल का अतिरिक्त भार पढ़ रहा है। टोल प्लाजा के निर्माण के समय ही इसके यहां बनने का विरोध किया गया था, लेकिन उस दौरान भी यहां की जनता की बात नहीं सुनी गई और ठाकुर टोला क्षेत्र में टोल प्लाजा का निर्माण हो गया। इस टोल प्लाजा को हटाने वर्तमान सांसद संतोष पांडे ने भी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है। कई बार की मांग के बाद भी लगभग 10 वर्षों से यहां टोल प्लाजा स्थापित है। अब इसे हटाने संघर्ष समिति का निर्माण भी हो गया है और आंदोलन ने भी जोर पकड़ लिया है।