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अम्बिकापुरः पुलिस कस्टडी में चोरी के संदेही आरोपी ने की आत्महत्या

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Jul 23, 2019

राम कुमार यादव- अम्बिकापुर में पुलिस कस्टडी में चोरी के संदेही आरोपी ने आत्महत्या कर ली। जिसके बाद पुलिस ने बहुत हद तक मामले को दबाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ घंटों में मामले ने ऐसा तूल पकडा कि इस संदिग्ध मौत पर जमकर बवाल हुआ। लिहाजा मामले में होते बवाल, विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम को देखकर सरगुजा संभाग के तीन जिलो के पुलिस अधिकारियों को अम्बिकापुर बुलाना पडा। हालांकि बाद में पुलिस वालों पर हुई कार्यवाही, न्यायिक जांच की बात और तात्कालिक मुआवजा राशि मिलने के बाद विरोध प्रदर्शन शांत हुआ और काफी मश्कक्त के बाद पुलिस ने शव को सडक से उठाकर मृतक के घर के लिए रवाना किया।

पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी

अम्बिकापुर में कुछ दिन पहले कुंडला सिटी में 13 लाख की चोरी हुई थी। इस कोतवाली औऱ साईबर सेल पुलिस आऱोपियो की तलाश में जुटी थी। और फिर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा के आधार पर भटगांव के सलका निवासी संदेही पंकज और उसके साथ इमरान को पूछताछ के लिए कस्टडी में लिया। इसी दौरान बीती आधी रात पुलिस कस्टडी में रहते हुए पंकज का शव साईबर सेल कार्यालय के पीछे स्थित एक निजी अस्पताल परिसर में फंदे में टंगा मिला। जिसके बाद पुलिस ने आनन फानन में शव को पोस्टमार्टम के लिए मेंडिकल कालेज अस्पताल भेजा। इधर इस संदिग्ध तरीके से हुई मौत के मामले के बाद पुलिस ने मृतक के परिजनो तक खबर पहुंचाई औऱ परिजनो ने पुलिस कस्टडी में मौत के बाद पोस्टमार्टम और फिर पुलिस पर उठते सवाल को देखकर विपक्षी दल भाजपा और भाजयुमो कार्यकर्ता ने पूरे मामले पर बवाल शुरु कर दिया।

भाजयुमो कार्यकर्ता ने परिजनों को रोका और शव को रखकर चक्का जाम कर दिया

शव ले जाते परिजनों को रोका और बनारस रोड पर भगवानपुर के पास शव को रखकर चक्का जाम कर दिया। करीब डेढ घंटे तक चले इस चक्का जाम में परिजन औऱ भाजुयमो कार्यकर्ताओं की प्रशासन औऱ पुलिस से कई बार नोक झोंक हुई। लेकिन तीन जिलो के पुलिस अधिकारियों के साथ काफी संख्या में तैनात बल के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इधर इस प्रदर्शन में परिजनों की तरफदारी में उतरे भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके मुताबिक उसकी मौत प्रताडना से हुई है और आत्महत्या की परिस्थितियां संदिग्ध है। इतना ही नहीं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री ने तो सोनिया गांधी से सोनभद्र में मामले की तर्ज पर कार्यवाही कराने की मांग भी की है।

पुलिस ने दिया न्यायिक जांच कराने का आश्वासन

गौरतलब है कि शहर के कुंडला सिटी में कुछ दिन पहले 13 लाख की चोरी का मामला कोतवाली थाना में दर्ज था। लेकिन कोतवाली पुलिस उसे साईबर सेल के कार्यालय में रखकर पूछताछ कर रही थी। वहीं इस मामले में एक बडी बात सामने आ रही है पुलिस मृतक पंकज और उसके सहयोगी से पिछले 5 दिन से पूछताछ कर रही थी। लिहाजा अब पुलिस कस्टडी में हुई युवक के मौत मामले में बैक फुट में आई पुलिस और जिला प्रशासन ने विपक्षी दल भाजपा और परिजनों की मांग पर न्यायिक जांच कराने का आश्वासन दिया है और मृत के परिजनो को 50 हजार का जुर्माना देकर संदिग्ध मौत के मामले में एक इंस्पेक्टर समेंत 5 लोगो को निलंबित कर दिया है।

पुलिस पंकज औऱ उसके साथी से इमरान से पांच दिन से कर रही थी पूछताछ

सरगुजा में कभी किसी निर्दोष मीना खलखो को नक्सली बता कर पुलिस द्वारा हत्या कर दी जाती है। तो कभी थाने के अंदर आऱोपी आत्महत्या कर लेता है। खैर एक बार फिर पुलिस अभिरक्षा में एक युवक के आत्महत्या कर लेने के मामले ने सरगुजा पुलिस की मनचाही करतूत का पर्दाफाश कर दिया है, लेकिन अब देखना है कि आखिर चोरी के आरोपी बनाए गए पंकज की मौत क्या पुलिस की प्रताडना से हुई। क्या वास्तव में मृतक के शरीर में चोट के निशान पुलिसिया मारपीट के निशान हैं। क्या वास्तव में पुलिस पंकज औऱ उसके साथी से इमरान से पांच दिन से पूछताछ कर रही थी। और क्या वास्तव में कोतवाली में दर्ज मामले की पडतला कोतवाली में ही करना था, ना कि साईबर सेल में। ये सब क्या के जवाब तो तब ही मिलेगा। जब न्यायिक जांच पूरी होगी। फिलहाल तो पुलिस पर उंगली तो उठ ही रही है।