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गरियाबंदः प्राचार्य की तानाशाही और मारपीट से बच्चे परेशान

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Jul 26, 2019

लोकेश सिन्हा- राज्य शासन द्वारा स्कूली बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढाने के लिये हर प्रकार की योजना शुरू की गई है, ताकि बच्चे स्कूल आने के प्रति इच्छुक हो और पढ़ाई का स्तर बढ़ सके। जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर एक ऐसा स्कूल है, जहां की महिला प्राचार्या अपनी तानाशाही शासन के चलते हुये अपने पसंद से बच्चों को अपने स्कूल में दाखिला दे रही हैं। ग्राम कोचवाय हाईस्कूल में पदस्थ प्राचार्य नीला बोगी के द्वारा स्कूल में अपना तानाशाही शासन चलाते हुए इस स्कूल के बच्चों को लगातार प्रताड़ित करते हुए देखा गया है, जबकि वर्तमान समय में बच्चों को ज्यादा से ज्यादा प्यार और खेल के साथ पढ़ाना है, लेकिन इस स्कूल के प्राचार्य के द्वारा बच्चों को केवल प्रताड़ना देते हुए मारपीट किया जाता रहा है।

प्राचार्या के द्वारा बच्चों को टीसी देने और भविष्य खराब करने की मिलती है धमकी

ऐसी ही घटनाक्रम में गुरुवार के दिन एक ग्यारहवीं कक्षा के छात्र नरेंद्र यादव को गम्भीर चोट लग गई। स्कूल लगने के कुछ मिनट के बाद जब नरेंद्र यादव स्कूल पहुंचा तो इस बात से नाराज होते हुए प्राचार्य नीला बोगी के द्वारा उस बच्चे के हाथ में लकड़ी के डंडे से ऐसी गम्भीर मार पड़ी कि उस बच्चे का दाईं हथेली पूरी तरह से सूज गई और बच्चे का दर्द लगातार बढ़ने लगा। इस बात को भी प्राचार्य के द्वारा गम्भीरता से नहीं लिया गया और घायल छात्र उसी स्थिति में अपने घर पहुंचा। तब उक्त छात्र के परिजन बच्चे को कलेक्टर के पास लेकर गये और शिकायत किया। बच्चे को जिला अस्पताल में ले जाकर इलाज करवाया। इससे पूर्व भी कोचवाय के प्राचार्य के द्वारा बच्चों के साथ ऐसा ही व्यवहार कई बार किया गया है। साथ ही प्राचार्या के द्वारा बच्चों को टीसी देने और भविष्य खराब करने की धमकी देना तो सामान्य बात कही जा रही है। इस बात को कलेक्टर द्वारा गम्भीरता से लेते हुए उस प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कही जा रही है।