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रायपुरः पुनीत गुप्ता को जेल या बेल, अग्रिम जमानत याचिका पर 10 मई को होगी सुनवाई

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May 8, 2019

हेमंत शर्मा- डीकेएस अस्पताल में हुई फर्जीवाड़े मामले के आरोपी डॉ पुनीत गुप्ता की मुश्किलें अब और बढ़ गयी हैं। सरकार पुनीत गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका को ख़ारिज करवाने सुप्रीम कोर्ट पहुँच गयी है, जिस पर 10 मई को सुनवाई होगी।

सरकार ने पुनीत गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका ख़ारिज करवाने एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई है। सरकार द्वारा लगायी गयी याचिका में पुनीत गुप्ता के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने और जांच में सहयोग नहीं करने का हवाला दिया गया है। इस याचिका पर 10 मई को सुनवाई होगी। वहीं अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सरकार के पक्ष में आता है तो उसके बाद पुलिस पुनीत गुप्ता को गिरफ्तार लेगी।

पुलिस के 50 से अधिक सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे सके पुनीत

वहीं डीकेएस अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता तीसरे नोटिस मिलने के बाद कल गोलबाजार थाने में पेश हुए थे। जहां उनसे पूछताछ की गई। पुनीत से करीब तीन घंटे तक सिलसिलेवार 50 से अधिक सवाल पूछे गए, लेकिन वो पुलिस को संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। उन्होंने बयान के दौरान कहा था कि मामले में आरटीआई लगाया गया है, जो दस्तावेज बाहर निकलेंगे, उसके हिसाब से ही पूरी जानकारी दिया जाएगा। पुलिस ने अपनी पूछताछ में पुनीत गुप्ता से पूछा था कि डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक रहते फेक बैलेंस शीट दिया था, जिसमें निकिता जसवानी को गलत तरीके से काउंसलर के पद पर अपॉइन्मेंट किया था और बैलेंश शीट में सीए का फर्जी हस्ताक्षर किया था। लोन पाने की जल्दबाजी में पुनीत ने फर्जी डॉक्यूमेंट दिया था। इसके समेत 50 से अधिक सवाल पूछे गए लेकिन पुनीत गुप्ता मीडिया से भी बचते रहे और मीडिया के किसी भी सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मामला कोर्ट में है, इसलिए वो कुछ नहीं बोल सकते। वहीं इधर एसएसपी आरिफ शेख ने पुनीत के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात कही है।

मामले में पुलिस ने भी दिखाई अपनी कमजोरी

पुनीत गुप्ता को इस मामले में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिली है, उसके बाद पुनीत को पुलिस थाने के समक्ष पेश होने के लिए तीन नोटिस दिया था, लेकिन पुलिस को गुमराह कर वो बयान दर्ज कराने नहीं पहुँच थे। ऐसे देखा जाये तो इस मामले में पुलिस ने भी अपनी कमजोरी दिखाई थी क्योंकि पुनीत को गिरफ्तार करने के लिए उनके पास करीब एक माह का समय था। पुनीत के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था, लेकिन उसके बावजूद पुनीत गुप्ता को गिरफ्तार नहीं जा सका और पुनीत ने हाईकोर्ट में जमानत ले ली।

10 मई को होने वाली सुनवाई पर सबकी नजर

सुप्रीम कोर्ट में 10 मई को होने वाली सुनवाई पर सबकी नजर है। अब ऐसे में देखना होगा कि पुनीत की जमानत बराकर रहती है या फिर उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। अगर पुनीत जेल जाते है तो पुलिस उन्हें रिमांड में लेकर पूछताछ भी करेगी। बता दें कि पूर्व अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता पर डीकेएस अस्पताल अधीक्षक रहते 50 करोड़ रुपए घोटाले समेत कई अनियमितताओं को लेकर फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। अस्पताल के वर्तमान अधीक्षक डॉ. के.के. सहारे ने इस मामले में डॉ. पुनीत गुप्ता के खिलाफ गोलबाजार थाने में एफआईआर दर्ज कराया था।