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बेमेतरा में महिलाओं को दिया जा रहा साबुन बनाने का प्रशिक्षण, बिना केमिकल के तैयार कर रहीं साबुन

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Nov 18, 2019

दिलीप साहू : जिले में ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को बिना केमिकल के आधुनिक तरीके से साबुन बनाने का प्रशिक्षण नागपुर से आई 74 वर्षीय अम्मा निशुल्क रूप से दे रही हैं। बता दें जिला पंचायत में ग्रामीण अंचल की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए साबुन बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

लोग ऑर्गेनिक चीजों को दे रहे बढ़ावा
आज के आधुनिक युग में हर कोई बिना केमिकल के समान उपयोग करना चाहता है। आप जहां देखो लोग ऑर्गेनिक चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं केमिकल युक्त इस जीवन में लोग चाह कर भी बिना केमिकल के नहीं रह पा रहे हैं। ऐसे में ऑर्गेनिक साबुन स्वास्थ्य के लिए हितकारी होगा और ग्रामीण अंचल की महिलाएं साबुन बनाकर सशक्त होंगी। जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र के समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है वह घर बैठे ऑर्गेनिक तरीके से साबुन का निर्माण कर रही हैं। 

ग्रामीण अंचल की महिलाओं को किया जा रहा सशक्त
नागपुर से प्रमिला बागुल 74 वर्ष उन्हें नि:शुल्क ट्रेनिंग देने आई हैं जो उन्हें बिना केमिकल के साबुन बनाने के तरीके सिखा रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा ग्रामीण अंचल की महिलाओं को साबुन बनाकर सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है जिससे उन्हें स्वरोजगार मिल सके।
जिला परियोजना प्रबंधक नेहा बंसोड़ ने बताया कि जिला पंचायत संसाधन केंद्र में महिला सशक्तिकरण के तहत 15 हजार के अनुदान दी जाती है एवं प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे वह सशक्त बन सके। उन्होंने बताया 20 नवम्बर को दुर्ग में होने वाले सरस मेला में महिलाओं को अपने हुनर दिखाने का मौका मिलेगा।

जिले के चारो ब्लॉक की महिलाएं ले रही प्रशिक्षण
जिले के ग्रामीण अंचल के जय मां स्व सहायता समूह बेरला दीपमाला स्व सहायता समूह नवागढ़ नारी शक्ति स्व सहायता समूह बेमेतरा प्रगति स्व सहायता समूह साजा इसके तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

बिना कैमिकल के तैयार हो रहा साबुन
महिला द्वारा बनाई गई साबुन मैं ग्लिसरीन बकरी के दूध शहद एलोवेरा चंदन पाउडर ग्रीन टी की पत्ती कॉफी कैस्टर ऑयल कस्तूरी हल्दी का एक निश्चित मात्रा में उपयोग किया जा रहा है।