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खेल मैदानों के अभाव को लेकर खेल प्रेमी उठा रहे आवाज़, पुराना स्टेडियम हुआ जर्जर

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Dec 1, 2018

सुशील सलाम - शहर में खेल मैदानों के अभाव को लेकर आये दिन शहर के खेल प्रेमी आवाज़ उठाते रहे है जो मैदान है उनके देख रेख में भी प्रशासन की अनदेखी के चलते अब ये मैदान खेल के आयोजन के काबिल नही बचे है शहर से सटे सिंगारभाट में आज से करीब 10 साल पहले 6 करोड़ की लागत से भव्य स्टेडियम का निर्माण करवाया गया था यहां स्विमिंग पूल भी बनाया गया था ताकि खिलाड़ी इसका भी लाभ उठा सके लेकिन चुनिंदा खेल के आयोजन के बाद यहां कोई खेल का आयोजन नही हुआ और न ही इसके देख रेख में प्रशासन ने दिलचस्पी दिखाई है।

स्टेडियम हुआ जर्जर

स्टेडियम को फिलहाल पुलिस विभाग को सौंप दिया गया है जिससे खेल के लिए बनाया गया यह स्टेडियम अब पुलिस जवानों का अस्थाई कैम्प भी बना हुआ है यहां बाहर से आये जवानों को रुकने जगह दी जाती है  तो हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में इस स्टेडियम को अधिकृत किये गए वाहनों का पार्किंग स्थल बना दिया गया था  एक तरफ खेल के क्षेत्र में छोटे छोटे गांव से निकल कर खिलाड़ी अपने-अपने क्षेत्रो का नाम रौशन कर रहे है तो वही कांकेर शहर के खिलाड़ियों के पास अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाने के लिए जगह तक नही है।

खेल अधिकारी दे रहे आचार संहिता का हवाला

इसके अलावा शहर के बीचो बीच मिनी स्टेडियम है जिसके जीणोद्धार के लिए कई बार सीएम डॉ रमन सिंह खुद घोषणा कर चुके है लेकिन अब तक यह मैदान अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है पूरे मामले में सबसे ज्यादा हैरान करने वाले बात यह है कि जिले के खेल अधिकारी को शहर के स्टेडियमो को खस्ताहाल की जानकारी तक नही है और जब ईटीवी भारत ने उनसे खेल मैदान के संदर्भ में जानकारी चाही तो उन्होंने यह कहते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि अभी आचार संहिता लगी हुई है उसके बाद दिखवाया जाएगा।