Mar 10, 2019
मनोज मिश्ररेकर- नक्सल मोर्चे पर डटी राजनांदगांव पुलिस को थाना गातापार अन्तर्गत भावे के जंगल में कल फिर ज़मीन के नीचे गाड़ कर रखे गए नक्सलियों के चार डम्प को बरामद करने में सफलता हासिल हुई है। जिसमें नक्सलियों के भारी मात्रा में समान को बरामद किया है। इसी तरह पांच लाख की इनामी नक्सली सरिता उर्फ सुशीला ने डीआईजी रतन लाल डागी और आईजी हिमांशु गुप्ता के समक्ष आत्म समर्पण किया है। समाज के मुख्य धारा में जुड़ने के लिए आईजी ने स्वागत किया है। पांच लाख की इनामी नक्सली महिला कुल 8 घटनाओं में शामिल थीं। माहिला नक्सली नागपुर में रहकर शहरी नेटवर्क के लिए काम करती थी। आत्म समर्पित नक्सली 2011 में नक्सली संगठन में जुड़ी और 2018 शहरी और अर्बन एरिया में नक्सलियो के लिए काम करती रही है। इस मौके पर शासन व्दारा प्रोत्साहन राशि आईजी ने महिला नक्सली को सौपा।
सीमावर्ती इलाके में इन दिनों नक्सलियों की बड़ी सक्रियता
राजनंदगांव जिले के मध्य प्रदेश सीमावर्ती इलाके में इन दिनों नक्सलियों की बड़ी सक्रियता देखी जा रही है, वहीं नक्सली इस क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने सामानों को डंप भी कर रहे हैं। राजनांदगांव जिले के मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे थाना गातापार क्षेत्र में नक्सलियों की सक्रियता लगातार दिखाई दे रही है। क्षेत्र में नक्सलियों की बढ़ती गतिविधियों के चलते पुलिस ने हाल ही में क्षेत्र के ग्राम कौरवा में बेस कैम्प खोला है। बेस कैंप के खुलते ही पुलिस ने कल सुबह क्षेत्र में सर्चिंग करते हुए नक्सलियों के द्वारा ज़मीन के नीचे गाड़ कर रखे गए डम को जब्त किया है। पुलिस ने भावे के जंगल में सर्चिंग करते हुए नक्सलियों के द्वारा 500 लीटर के वाटर टैंक में रखे गए सामानों को भी बरामद किया है।
डम्प में नक्सलियों व्दारा छुपाकर रखे गए भारी मात्रा में दैनिक उपयोग का सामान बरामद
थाना गातापार क्षेत्र के भावे के जंगला में जिला पुलिस बल, आइटीबीपी और एसटीएफ की संयुक्त टीम के द्वारा बरामद किए गए डम्प में नक्सलियों व्दारा छुपाकर रखे गए इस कुकर, कैमरा का फ्लैस, आईडी डेटानोटर बेल्ट नक्सली वर्दी और भारी मात्रा में नक्सलियों के दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया है। पुलिस ने इससे पूर्व इसी तरह का एक डम्प पखवाड़े भर पूर्व मंडीप खोल क्षेत्र और साबरदानी के जंगल से भी बरामद किया था। ज़मीन के नीचे रखे गए इस तरह के डम लगातार मिलने से क्षेत्र में नक्सलियों बढ़ती सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के नक्सली डम होने इंकार नहीं किया जा सकता।