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तख़तपुरः जो समर में हो गये अमर उनकी याद में दी अनोखी श्रद्धांजलि

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Feb 27, 2019

 

अभिषेक सेमर— जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए वीर शहीदों को देशवासियों ने अपने-अपने अंदाज में श्रद्धांजलि अर्पित की है। वहीँ बिलासपुर जिले के तख़तपुर  एक नौजवान युवक ने सभी शहीद जवानों को अपने जुदा अंदाज में यादगार श्रद्धांजलि दी है। जो कि सोशल मीडिया से लेकर आमजनों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। उसके इस अनोखे देशभक्ति के जज्बे को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। गांव का नाम रौशन करने पर लोग उसका सम्मान कर रहे हैं। वहीँ उसके हौसले को हर शख्स सलाम कर रहा है।

पुलवामा घटना में शहीद हुए सभी 40 जवानों के नाम अपने शरीर पर गुदवाने की जिद

बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लाक के ग्राम जरौंधा निवासी निलेश साहू ने देशभक्ति की एक शानदार मिशाल कायम की है। जिसने अपने शरीर पर पुलवामा घटना में शहीद हुए सभी 40 जवानों का नाम अमिट अक्षरों में लिखवाने की जिद ठानी है। जिस पर उसके पीठ पर 20 शहीद जवानों के नाम दर्ज हो चुके है। बचे हुए नाम भी एक से दो दिनों में निलेश अपने शरीर पर लिखवा लेगा। निलेश ने अमिट अक्षरों में 14 फरवरी को हुए घटना को हमेशा के लिए यादगार और शहीद हुए जवानों के बलिदान को जीवित रखने के लिए अपने बदन पर नाम लिखवाया है।  निलेश अब इसी रूप में देश की सेवा करना चाहता है कि देश के हर कोने में जाकर लोगों को दिखाना चाहता है कि इन वीर शहीदों ने देश के लिए कुर्बानी दी है।

बचपन से ही उसका सपना फौज में जाने का था

बता दें कि बिलासपुर जिले के तखतपुर के ग्राम जरौंधा निवासी निलेश साहू ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना फौज में जाने का था, ताकि वे देश की आन, बान और शान की रक्षा करने का सेवा कर सकें। लेकिन घर की आर्थिक तंगी की वजह से निलेश ने 10वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की। हालांकि निलेश आगे की और पढ़ाई करके फौज में जाने के सपने देखता रहा। लेकिन माली हालात ने उसका साथ नहीं दिया और वो घर की जिम्मेदारियों के मद्देनज़र ही गाँव के खेत में कृषि कार्य करने में जुट गया। लिहाजा निलेश की आगे की पढ़ाई नहीं हो सकी है। फिर भी निलेश ने देश भक्ति सेवा के जज्बे को ख़त्म नहीं होने दिया और उसके लिए कुर्बान होने को भी निलेश तैयार है।

40 जवानों के शहीद होने की खबर ने झकझोर दिया

इस सम्बन्ध में निलेश साहू ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में करीब 40 जवानों के शहीद होने की खबर ने उसे अन्दर से झकझोर कर रख दिया और निलेश दो से तीन दिनों तक बुरी तरह से सदमे से भरा रहा। यही कारण है कि निलेश ने पूरे दो दिनों तक खाना भी नहीं खाया। इसी कड़ी में निलेश अपने दोस्तों के साथ तखतपुर के सबसे प्रसिद्ध बेलपान मेला घूमने गया। जहां उसकी नज़र अमिट अक्षरों के टैटू बनाने वाले पर पड़ी। निलेश ने अपना प्रस्ताव टैटू मास्टर के पास रखा। जिसे लिखने के लिए टैटू मास्टर ने इंकार कर दिया और समझाया कि अमिट अक्षर की लिखावट से काफी दर्द होगा, जिसे आप सहन नहीं कर पायेंगे। लिहाजा नाम लिखने से इंकार कर दिया। इस पर निलेश ने उसी टैटू मास्टर के सामने एक लैटर तैयार किया और उसमें लिखा कि “मैं अपनी स्वेच्छा और इच्छा से शहीदों का नाम शरीर में लिखवाना चाहता हूँ। जिसमें किसी का कोई दबाव नहीं है। तब जाकर दोनों में बात बनी और टैटू मास्टर शरीर में शहीदों का नाम लिखने को तैयार हुआ। इसी तरह निलेश के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए टैटू मास्टर ने पुलवामा घटना में शहीद हुए जवानों के नाम लिखे।

टैटू बनवाने के दौरान दो दिनों तक दर्द से सो भी नहीं पाया था निलेश

गौरतलब है कि निलेश ने बताया कि टैटू का दर्द इतना अधिक था कि वो इस दौरान दो से दिन बार बेहोश भी हो गया। लेकिन फिर भी अपने जज्बों को कम नहीं होने दिया और एक बार में 20 नाम को लिखवाने में सफल हुआ। इसी तरह दो दिनों तक दर्द से सो भी नहीं पाया। हालांकि उसके इस अनोखे देश भक्ति को देखकर लोग उसके हौसले को खूब बढ़ा रहे हैं और देश प्रेम को सलाम कर रहे हैं। जिसके आगे निलेश का दर्द मानो छूमंतर हो गया है और वो जल्द ही शेष नामों को लिखवाने वाला है। उसका ये किरदार सोशल मीडिया में खूब लोकप्रियता बटोर रहा है और लोगों से प्रशंसा भरी बधाई और तारीफ़ मिलने लगी है।