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स्टाम्प वेंडर के अंधे कत्ल का खुलासा, जमीनी विवाद बना मौत का कारण

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Apr 13, 2018

गौरेला में तीन दिन पहले हुये 65 वर्षीय स्टाम्प वेंडर की अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बता दें जमीनी विवाद के बाद मुख्य आरोपी ने अपने कर्मचारी से रैकी करवाकर स्टाम्प वेंडर की डंडे से पीट पीटकर हत्या की थी। पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी समेत 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्यवाही में जुट गयी है। 

दरअसल पूरा मामला गौरेला थानाक्षेत्र का था। जहां तहसील के सामने खान टाईपिंग के नाम से दुकान चलाने वाले और साथ में स्टाम्प वेंडर का काम करने वाले फखरुदीन अहमद जो रोज की तरह सोमवार की रात भी 8 बजे अपनी दुकान से सायकल से घर जाने को निकले थे की तभी स्कूल के पास सुनसान जगह पर अज्ञात नकाबपोश ने फखरुदीन अहमद के पीछे से उन पर डंडे से सर पर ताबड़तोड हमला कर दिया जिससे फखरुदीन वहीं पर गिर गये। 

दुकान बंद कर फखरुदीन के पीछे पीछे फखरुदीन का बेटा भी दुकान से घर आ रहा था उसने देखा की उसके पिता पर कोई हमला कर रहा है वह हमलावरों को पकड़ने के लिए निकला। जब तक वह पहुंच पाता तब तक हमलावर वहां से पैदल ही भाग निकला जिसके बाद इमाम ने आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी और खून से लथपथ अपने पिता को गौरेला के एमसीएच हॉस्पिटल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के दौरान फखरुदीन की मौत हो गयी।

पुलिस ने सुलझाई गुत्थी
घटना की जानकारी मिलते ही गौरेला पुलिस और पुलिस के आलाअधिकारी मौके पर पहुंचे और अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिये पतासाजी करने लगे, आरोपी की गिरफ्तारी के लिये पुलिस ने टीम बनाई और मामले में खोजी कुत्ते को भी बुलाकर हत्या के मामले को सुलझाने की कोशिश की। पुलिस के पास सिर्फ एक ही चश्मदीद था मृतक का बेटा जो अंधेरे में आरोपी को भागते देखा था। जिसके बाद पुलिस ने फखरुदीन अहमद के हत्या के बारे में कड़ी दर कड़ी मिलानी शुरु की तभी पुलिस को जानकारी मिली की फखरुदीन का जमीन की दलाली करने वाले भूमाफिया तनवेश अहमद उर्फ राजू का किसी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था जिसमें फखरुदीन ने शिकायत भी की थी।

आरोपी ने कबूला अपना जुर्म
पुलिस ने तनवेश अहमद उर्फ राजू को हिरासत में लेकर पूछताछ की, पहले तो आरोपी पुलिस के सामने हत्या के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी से अपने आप को अंजान बताता रहा पर पुलिस की कड़ाई के आगे उसकी नही चली। तनवेश अहमद ने बताया की फखरुदीन हमेशा कुछ ना कुछ विवाद उसके मामले में फॅंसा दिया करता था पिछले दिनों एक जमीन की खरीदी बिक्री की गयी थी उसमें खेती की जमीन को भर्रा बताते हुये तनवेश अहमद ने रजिस्ट्री शुल्क बचा लिया जिसकी भनक फखरुदीन को हो गयी और उसने इस मामले की शिकायत अधिकारियों से कर दी इस बात को लेकर तनवेश अहमद उर्फ राजू ने फखरुदीन की हत्या की साजिश रच ली और इसमे सहयोगी बनाया अपने फार्म हाऊस में काम करने वाले अजय राठिया जो बचपन से तनवेश अहमद के सारबहरा के फार्म हाऊस में रहकर काम करता था। 

मृतक पर किया प्राणघातक हमला
तनवेश ने वारदात के 4 दिन पहले भी अजय राठिया के साथ मिलकर फखरुदीन के ऊपर हमला की योजना बनाई थी पर मौका नही मिलने के कारण वो वारदात को अंजाम नही दे पाए जिसके बाद वारदात के दिन तनवेश ने अपनी मोटर सायकल से अजय राठिया को घटना स्थल के पहले चौक में छोड़ा और वहां से चला गया। अजय राठिया वहीं स्कूल की बाउंड्री के पास छुपकर बैठा रहा की तभी फखरुदीन अपनी दुकान से सायकल से घर जाने के लिए निकले और वो चर्च वाली गली से अपने घर के लिये मुड़े ही थे की अजय राठिया ने पीछे से फखरुदीन के सर पर डंडे से प्राण घातक हमला कर दिया, गाड़ी की रोशनी पड़ने पर अजय राठिया वहां से दौड़ते हुये भाग निकला। 

अंधेरे का फायदा उठाकर भागे आरोपी
बता दें गाड़ी पर मृतक का बेटा इमाम अहमद था वो अपने पिता पर हमला होते हुए देख दौड़ा और आसपास के लोगो की मदद से अपने पिता को अस्पताल ले गया वहीं आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से निकल गए और हत्या की वारदात में उपयोग किये गये डंडे को एक नाली में डालकर दोनो आरोपी मोटरसायकल से भाग निकले। पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्यवाही में जुट गयी है।