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मुंगेलीः पत्नी की हत्या कर उसके शव को जला कर पति कर रहा था साक्ष्य छिपाने की कोशिश

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Jun 11, 2019

रोहित कश्यप- एक तरफ जहां संविधान में दहेज प्रतिषेध जैसे कई कानून बनाये गए है मगर इस कानून का कड़ाई से पालन नही होने से आज एक महिला फिर से  दहेज प्रथा की आग में जलकर खाक हो गई.। बेरहम पति ने पहले तो गला दबाकर पत्नी की हत्या कर दी। फिर साक्ष्य छिपाने की नियत से मिट्टी का तेल डालकर शव को ही जला दिया। बीवी का हत्यारा पति कत्ल की इस वारदात को आत्महत्या साबित करने के लिए कई चालाकी भी की, मगर पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। हत्या की इस मर्डर मिस्ट्री का पुलिस ने जब खुलासा किया तो हर कोई दंग रह गया। मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी पति अब सलाखों के पीछे है।

दहेज के नाम पर और चरित्र पर संदेह करते हुये करता था पत्नी को रोज प्रताड़ित

पूरा मामला मुंगेली के बोड़तरा गांव का है, जहाँ क़लयुगी पति शादी के चार साल बाद भी पत्नी को दहेज के नाम पर रोज प्रताड़ित तो करता ही था, चरित्र शंका के नाम पर भी आये दिन मारपीट करता था। इतने में भी मन नहीं भरा तो जीवन संगिनी पत्नी की ईहलीला ही उसने  समाप्त कर दी। सोचा था, पत्नी की हत्या कर चालाकी से आत्महत्या का रूप दे देगा, मगर कहते हैं न कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, अपराध के पीछे कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है और वही सुराग फिर उसे सलाखों के पीछे पहुंचा देता है। ऐसा ही कुछ मुंगेली के बोड़तरा गांव में हुए हत्याकांड मामले में देखने को मिला। जहाँ बीते 8 जून को गांव के रामसेवक यादव ने बेरहमी से पहले तो अपनी पत्नी रामेश्वरी यादव के साथ लाठी डंडे से मारपीट की। फिर गला दबाकर उसे मौत की नींद सुला दिया। इतने में भी मन नहीं भरा तो उसके शव को मिट्टी तेल डालकर जला दिया और अपने इस करतूत को छिपाने के लिए घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मृतका के शरीर में मिले चोट के निशान ने पुलिस की जांच में मदद की

मुंगेली एसपी चैनदास टण्डन के निर्देशन में मामले की जांच कर रहे एसडीओपी तेज राम पटेल एवं सिटी कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण पटेल ने घटना की शुरू से ही हत्या के एंगल से जांच शुरू की। इस दौरान पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मृतका के शरीर में मिले चोट के निशान ने पुलिस की जांच में मदद की। इधर सघनता से जांच और बारीकी से पूछताछ करने पर आरोपी पति रामसेवक यादव टूट गया गया और आखिर में उसने गुनाह कबूल करते हुए हत्या की बात स्वीकार कर ली। एसडीओपी तेजराम पटेल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी रामसेवक की शादी करीब चार साल पहले रामेश्वरी यादव से हुई थी। शादी के बाद से ही वह अपनी पत्नी को दहेज में मोटरसाइकिल नहीं देने व चरित्र शंका को लेकर आये दिन प्रताड़ित करता था। वहीं घटना के दिन आरोपी ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर, साक्ष्य छिपाने के फिराक में उसके शरीर को मिट्टी तेल डालकर जला दिया था। मामले में आरोपी रामसेवक यादव को हत्या व साक्ष्य छिपाने के जुर्म में गिरफ़्तार कर न्यायिक रिमांड के जेल भेज दिया गया।