Oct 17, 2025
लाल आतंक’ पर प्रहार: बस्तर में 206 माओवादियों का आत्मसमर्पण, नक्सलवाद में हड़कंप
अनिल राव जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवाद के खिलाफ बड़ी जीत हासिल हुई है। आज, 17 अक्टूबर 2025 को जगदलपुर पुलिस लाइन में 206 से अधिक माओवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होंगे। यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में माओवादियों का आत्मसमर्पण है। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, गृह मंत्री विजय शर्मा, पुलिस और सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। कई बड़े माओवादी कैडर भी इस आत्मसमर्पण में शामिल हैं, जो नक्सल संगठनों में हड़कंप मचा रहा है। यह कदम न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए माओवाद के खिलाफ लड़ाई में मील का पत्थर साबित होगा।
सरकार की रणनीति और पुनर्वास के प्रयास
बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जैसे इलाकों में माओवादियों ने हिंसा और भय के जरिए विकास को बाधित किया है। छत्तीसगढ़ और केंद्र सरकार ने सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीतियों पर जोर दिया है। “नियद नेल्लानार” जैसी योजनाओं के तहत ग्रामीणों को शिक्षा, रोजगार और आर्थिक सहायता दी जा रही है। सुरक्षा बलों की सक्रियता और सरकार की समावेशी नीतियों ने माओवादियों पर दबाव बढ़ाया है, जिसके परिणामस्वरूप वे हिंसा का रास्ता छोड़ रहे हैं।