Loading...
अभी-अभी:

यहां आज भी नहीं पहुंची विकास की किरणें, लालटेन युग में जी रहे ग्रामीण

image

Mar 28, 2018

कांकेर। जिले के विकासखंड अंतागढ़ के मातला गांव के चिखलापारा में विकास की किरणें आजादी की छह दशक बाद भी नहीं पहुंच सकी हैं, अब तक यहां हैंडपंप तक नहीं है, और बिजली भी नहीं पहुंची है। यहां के लोग आज भी झरिया का पानी पीने को मजबूर हैं। बिजली के अभाव में ग्रामीण लालटेन युग में जीवन बसर कर रहे हैं।

स्थानीय निवासी का कहना...

स्थानीय निवासी सयदु राम का कहना है, कि कई बार प्रशासन से लिखित में हैंडपंप लगाने की मांग की गई लेकिन आज तक हैंडपंप नहीं लगा गांव से बाहर नाले के किनारे बनाए झरिया का पानी से ग्रामीण निस्तार करते हैं इसी पानी को ग्रामीण पीते हैं नहाने और अन्य कामों में भी इसी पानी को उपयोग में लाते हैं झरिया से ही मवेशियों को भी पानी पिलाया और नहलाया जाता है इसके चलते कई बार लोगों को छोटी-बड़ी बीमारियों का शिकार होना पड़ा है।

बिजली के इंतजार में ग्रामीण...

गांव के लोगों ने बताया कि अब तक दो बार विद्युत कार्यालय में जाकर अर्जी दे चुके हैं, कि विद्युत व्यवस्था बहाल की जाए हालांकि ग्रामीणों की मांग पर विद्युत विभाग ने गांव में खंभा और घरों में बिजली का मीटर जरूर लगा दिया है। लेकिन उसमें पॉवर सप्लाई करना भूल गई है। इसलिए आज भी यहाँ के आदिवासियों को बिजली का इंतजार है।