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कोरबा में एक बार फिर झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय, मरीजों की जान से कर रहे खिलवाड़

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Sep 8, 2019

मनोज यादव : कोरबा जिले के सुदुल वनांचल क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर एक बार फिर सक्रिय हैं। वायरल बीमारी के इस सीजन में नीम हकीम चांदी काट रहे हैं। इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ मुहिम नहीं चलने के कारण इनका धंधा फल-फूल तो रहा है पर मरीजों के लिए ये घातक भी साबित होते हैं। ग्राम पंडरीपानी में यह आदित्य दवा खाना है बालकों में रहने वाला कथित झोलाछाप डॉक्टर इंजेक्शन भी लगाता है। इसकी दृष्टिता यह है कि स्टिंग कैमरे में खुद को सर्टिफाइड डॉक्टर बताता है, जिसे प्रैक्टिस करने की अनुमति सीएमएचओ ने दी है।

मजबूरी के चलते झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवाते हैं ग्रामीण
जब हमारे प्रतिनिधि ने सवालों की झड़ी लगाई तो डॉक्टर ने तत्काल क्लीनिक का शटर गिरा दिया। सवाल जब जारी रहा और कैमरा निकालने की कोशिश हुई तो डॉक्टर साहब अपनी बाइक को लेकर इतनी जोर से भागे कि हम भी पीछा नहीं कर पाए। ग्रामीण बताते हैं कि स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक समय पर नहीं आती ऐसे में मजबूरी के चलते ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में जाना मजबूरी बन जाती है। पंडरीपानी में स्वास्थ्य केंद्र भी हैं और प्रभारी गाल ठोक कर कहते हैं कि उनके यहां तमाम जीवन रक्षक दवाएं हैं बावजूद लोग झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं जो गलत है।

मलेरिया डायरिया का बढ़ा प्रकोप
बारिश के दिनों में मलेरिया डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है इस स्थिति को झोलाछाप डॉक्टर जमकर बनाते हैं किसी चिकित्सक का तीर तुक्के पर लग गया तो भोले-भाले ग्रामीण उस पर आंख मूंदकर यकीन कर लेते हैं ऐसे में आवश्यक है कि स्वास्थ्य अमला फिर एक बार ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाए जो बिना डिग्री के इलाज कर रहे हैं।