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आवारा मवेशियों के लिए नगर निगम ने किया सीतामणी कांजी हाउस का संचालन, खान पान को लेकर नहीं है कोई व्यवस्था

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Jul 15, 2019

मनोज यादव : आवारा मवेशी शहर वासियों के लिए परेशानी का सबब न बने इस बात को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने सीतामणी कांजी हाउस का संचालन तो शुरु कर दिया है लेकिन उनके खान-पान को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है। सूखा चारा और गंदे पानी के भरोसे मवेशियों को रखा जा रहा है। इस दौरान किसी मवेशी की मौत होती है,तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? यह एक बड़ा सवाल है।

मुख्य सड़कों पर मवेशियों का जमघट
बरसात शुरु होने के साथ ही शहर की मुख्य सड़कों पर मवेशियों का जमघट लगना शुरु हो गया है। हर साल बरसात में इस तरह की स्थिती निर्मित होती हैं जिससे निपटने के लिए निगम के द्वारा कांजी हाउस का संचालन किया जाता है। इस साल भी कांजी हाउस के माध्यम से आवारा मवेशियों को मुख्य सड़कों से हटाया जा रहा है। मवेशी मालिकों को सबक सिखाने के लिए सीतामणी कांजी हाउस का संचालन बीती रात से शुरु किया गया हैं जहां आवारा मवेशियों को बंद कर उनकी देख रेख की जा रही है। 

मालिकों से जुर्माना वसूलने की कार्रवाई
बता दें कि एक दिन में करीब एक दर्जन मवेशियों को पकड़कर कांजी हाउस में लाया गया है और उनके मालिकों से जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जा रही है। जुर्माना वसूलने को लेकर नगर निगम ने अपनी सूची तो बना ली हैं लेकिन उनके खान-पान को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। मवेशियों को सूखा चारा और गंदा पानी दिया जा रहा हैं। इस संबंध में जब हमने निगम अधिकारियों से बात की तो सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त होने का दावा किया लेकिन तस्वीरों को देखने से नहीं लगता,कि निगम अधिकारियों दावे सही है।

मवेशियों के चारे पानी को लेकर निगम को ध्यान देने की जरुरत
कांजी हाउस में मवेशियों के सेहत को लेकर नगर निगम की लापरवाही इससे पहले ही उजागर हो चुकी है। मवेशी के मालिक जुर्माने की राशि तो पूरा देते हैं लेकिन उनके चारे-पानी का ध्यान नहीं रखा जाता। इस साल भी कुछ इसी तरह की शिकायत सामने आ रही है। बहरहाल कांजी हाउस के मवेशियों के चारे पानी को लेकर निगम को ध्यान देने की जरुरत है ताकी भविष्य में किसी अनहोनी से बचा जा सके।