Nov 8, 2025
बस्तर में NIA का माओवादी नेटवर्क पर ताबड़तोड़ छापा: 12 ठिकानों से नकदी,रसीदें जब्त
रोशन चौहान सुकमा संवाददाता : बस्तर के जंगलों में छिपे माओवादी साजिशों पर NIA का सख्त प्रहार! राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के 12 ठिकानों पर धावा बोलकर प्रतिबंधित CPI (माओवादी) के सहयोगियों को दहशत में डाल दिया। यह कार्रवाई 2023 के खूनी अरनपुर IED विस्फोट और घात लगाने वाले हमले से जुड़ी है, जिसमें 11 जवान शहीद हुए थे। संदिग्धों के घरों से बरामद नकदी, हस्तलिखित पत्र, लेवी वसूली की रसीदें और डिजिटल गैजेट्स ने माओवादी फंडिंग की पोल खोल दी। NIA की यह तलवार न केवल पुराने घावों को कुरेद रही है, बल्कि भविष्य के खतरे को कुचलने का संकल्प भी दिखा रही है।
खूनी हमले की याद: अरनपुर का काला अध्याय
26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा के पेद्का गांव के पास दरभा डिवीजन कमेटी के माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर IED से हमला कर 10 DRG जवान और एक चालक की जान ले ली। अरनपुर थाने से महज 700 मीटर दूर यह घात रोंगटे खड़े कर देने वाली थी। NIA ने अब तक 27 आरोपियों को सलाखों के पीछे डालकर दो चार्जशीट दाखिल की हैं, लेकिन जांच की आग अभी ठंडी नहीं पड़ी।
दोहरी साजिश: गरियाबंद विस्फोट में भी उजागर भूमिका
17 नवंबर 2023 को गरियाबंद के बड़ेगोबरा में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान दल पर IED धमाके से ITBP के हेड कांस्टेबल शहीद हुए। गिरफ्तार धनेंद्र राम धुर्व उर्फ गुरुजी और रामस्वरूप मरकाम जैसे सहयोगियों ने IED के लिए लॉजिस्टिक सप्लाई दी थी। छापों से बरामद सामग्री माओवादी नेटवर्क की जड़ें उखाड़ने में कारगर साबित हो रही है।
मिशन जारी: माओवाद के खिलाफ NIA की अनवरत लड़ाई
NIA की टीमों ने संदिग्धों के परिसरों में घुसकर माओवादी प्रचार पर्चे और फंडिंग दस्तावेज कब्जे में लिए। यह कार्रवाई बस्तर के लाल गलियारों में शांति की उम्मीद जगाती है, जहां हर IED एक परिवार का सैलाब बन जाता है। एजेंसी वित्तीय स्रोतों और बाकी फरारों का पीछा कर रही है, ताकि माओवाद का यह काला साया हमेशा के लिए मिट जाए।







