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छत्तीसगढ़ः जहरीली शराब के सेवन से 3 की मौत, 2 गंभीर

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Jan 27, 2018

**जशपुर।** बीती रात जशपुर जिले के बगीचा इलाके में जहरीली देशी शराब के सेवन से लगभग 15 पहाड़ी कोरवा बीमार हो गए जिनमे से इलाज के दौरान 3 पहाड़ी कोरवाओं की मौत हो गयी, वहीं 10 लोग अब भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, 2 गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को इलाज के लिए अंबिकापुर भेजा गया है। **दर्जन भर ग्रामीणों को पेट दर्द व उल्टी...** दरअसल बगीचा विकासखण्ड के साहीडाँड़ पंचायत के दर्रीटोली बस्ती में पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिलधरन राम नगेशिया के तालाब गहरीकरण के काम में कोरवा समुदाय के लोग काम कर रहे थे । काम पूरा होने और गणतंत्र दिवस दोनों की खुशी में मजदूरों ने पारम्परिक नशापान के लिए देशी शराब हड़िया तैयार की, जिसे तैयार करने के लिए चावल पूर्व जिला पंचायत सदस्य द्वारा दिया गया था। शराब की सेवन के बाद एक एक कर दर्जन भर ग्रामीणों को पेट दर्द व उल्टी दस्त की शिकायत हुई, जिन्हें तत्काल बगीचा अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात 8 बजे के लगभग पहाड़ी कोरवा बन्धन राम की तबियत उल्टी दस्त से अचानक बिगड़ने लगी । ऐसी स्थिति में पंचायत के लोगों ने 108 संजीवनी की मदद से उल्टी दस्त से बीमार मरीजों को 22 किलोमीटर दूर बगीचा अस्पताल पहुंचाया । इसी दरम्यान हड़िया बनाने वाले मजदूर बन्धन कोरवा 50 वर्ष की उल्टी दस्त से मौत हो गई । वहीं दो मजदूर भादो राम और जंगल राम कोरवा की गम्भीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए अम्बिकापुर रेफर किया गया लेकिन इन दोनों मरीजों की भी रास्ते मे बतौली के पास मौत हो गई । **10 मरीजों का इलाज जारी...** इस मामले में बीती रात से ही जिला प्रशासन एलर्ट हो गया और आनन फानन में सीएमएचो समेत चिकित्सा विशेषज्ञ बगीचा पहुंचे, जहाँ वे इलाज कर रहे हैं। सीएमएचो ने बताया कि जहरीले शराब की सेवन से ऐसी स्थिति निर्मित हुई है, उन्होंने पुष्टि की है, की 3 लोगों की मौत हुई है, जिनके पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है, फिलहाल 10 मरीजों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगीचा में हो रहा है। डॉक्टरों की टीम लगातार मरीजों के इलाज में जुटी हुई है । वहीं घटना की सूचना पाकर एसडीएम , पुलिस अस्पताल पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी ले रहे हैं। अभी भी 2 मरीजों की हालत काफी गम्भीर है । मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है । आगामी विधानसभा सत्र के मद्दे नजर प्रशासन अपनी ओर से कोई चूक नहीं करना चाहती, वहीं पीडितों के अनुसार गंभीर पीड़ितों को रैफर करने में देरी हुई, जिसके कारण 2 लोगों की रास्ते में ही मौत हो गई, इस मामले में सभी अधिकारी अपनी अपनी सफाई दे रहे हैं।