Feb 16, 2017
रायपुर। छत्तीसगढ़ श्रम मंत्री भईया लाल राजवाडे अपने बेबाक अंदाज से अक्सर सुर्खियां बटोरते रहते है। एक बार फिर श्रममंत्री भईया लाल राजवाडे सुर्खियों में हैं। मंत्री अपने कार्यकाल में स्वेच्छा अनुदान की राशि का जमकर बंदरबाट किया है। स्वेच्छा अनुदान राशि का वित्तीय वर्ष 2016-17 के प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर जांच-पड़ताल में एक ही परिवार के 5 से 10 लोगों को इलाज के नाम पर 25-25 हजार रुपये दिये गये हैं। दिये गये अनुदान में सरपंच सचिव शिक्षाकर्मी के साथ भाजपा नेता के रिश्तेदारों ने स्वेच्छा राशि का जमकर लाभ लिया है।
'स्वेच्छा अनुदान के पीछे का सच' में काफी चौकाने वाले तथ्य सामने आये है समाजिक कार्यकर्ता अभय नारायण पाण्डेय ने बताया कि जिस तरह छत्तीसगढ़ के श्रम मंत्री भईया लाल राजवाडे ने स्वेच्छा अनुदान राशि 25 लाख रुपए 100 लोगों को दिया है, उसमें व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है, जिसमें भाजपा नेता छत्तीसगढ़ युवा आयोग के सदस्य विजय राजवाडे ने अपने रिश्तेदारों को अनुदान का लाभ दिया है। साथ ही शासकीय नौकरी कर रहे परिवारों के आठ-आठ सदस्यों को भी इसका लाभ दिया गया है। इसके अलावा जिन लोगों को अनुदान की राशि का चेक 25-25 हजार दिया गया है। उन लोगों को 25 हजार रुपये न देकर उन्हें पांच हजार रुपए दिए गये है। शेष 20 हजार रुपए सदस्यों के पास हैं। स्वेच्छा अनुदान की राशि का घोटाला अपात्र लोगों के रिश्तेदारों को देकर किया गया है। मामला प्रदेश के श्रम मंत्री भईयालाल राजवाडे से जुडा है, इसलिए सूरजपुर जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस संबंध में मीडिया से कुछ कहने से इंकार कर रहे हैं।