Mar 7, 2024
Swaraj news - मानो या न मानो, लेकिन 2024 का चुनाव देश में असली खेल होने जा रहा है। 2019 में कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे... एक तो 505 सीटें कम... पार्टी ने आधिकारिक विपक्ष की स्थिति भी खो दी। जिस पार्टी ने देश पर एक ही चक्र में 70 साल तक शासन किया, उसे भारी हार की स्थिति में होना चाहिए। अफ़सोस जीतने वाली बीजेपी को भी अंदाज़ा नहीं होगा... जवाहरलाल नेहरू की सीट पर स्मृति ईरानी द्वारा कांग्रेस के 'युवराज' को दी गई करारी हार के बाद कांग्रेस शायद थक गई है... लेकिन इस बार उन्होंने तलवार सही घुमाई है... राहुल ने 'भारत जोड़ो यात्रा' से पार्टी कार्यकर्ताओं में फिर से ऊर्जा भर दी है... लेकिन मोदी की वैश्विक प्रतिभा, उनके नेतृत्व में भारत-केवल भारत के निर्माण ने भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को नए सिरे से विचार करने के लिए प्रेरित किया है। यह चुनाव सचमुच अद्भुत होने वाला है। बीजेपी के लिए यह सिर्फ एक राष्ट्रीय सवाल नहीं है बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा का सवाल है...'' कांग्रेस के लिए यह अपनी प्रतिभा को फिर से स्थापित करने का सवाल है...
इस समय यह याद रखना चाहिए कि भारतीय चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर है। लेकिन इस बार भारत के चौबीसवें चुनाव को दुनिया माइक्रोस्कोप से देख रही है....
इसे पर्यवेक्षकों, विश्लेषकों या शिक्षाविदों पर छोड़ दें। सड़क पर चलता आम आदमी भी समझ सकता है कि इस चुनाव में बीजेपी ही विजयी होगी..बहुत संभव है कि उनका चिर-लोकप्रिय नारा "फिर एक बार मोदी सरकार" सच हो जायेगा। लेकिन यह कभी मत भूलिए कि कांग्रेस के लिए यह चुनाव सभी विपक्षी दलों में सबसे आगे रहने का सवाल है। उसके लिए कांग्रेस को अपनी जान जोखिम में डालनी होगी....
इन 'युद्ध तैयारियों' के बीच राहुल की अमेठी से जीत बुनियादी शर्तों में से एक है... तभी तो कांग्रेस ने अपनी ताकत नहीं खोई है... वो दिखा सकते हैं... भले ही राहुल केरल की मुस्लिम-बहुल सीट वायनाड से चुनाव लड़ें, लेकिन कांग्रेस को अपनी धार्मिक तटस्थता बनाए रखनी होगी और साथ ही अमेठी की हिंदू-बहुल सीट से भी जीत हासिल करनी होगी।
हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस मौदड़ी मंडल से चर्चा कर लौटे कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि राहुल गांधी अमेठी से कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे... जल्द ही उनके नामों की घोषणा की जाएगी...