Apr 8, 2020
गुजरातः देश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से लोगों की डिमांड पर इन दिनों दूरदर्शन पर पुराने सीरियल्स फिर से दिखाए जा रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा चर्चित है रामानंद सागर की रामायण। लोग पहले की तरह ही उसी उत्साह से इस सीरियल का आनंद ले रहे हैं। इसके साथ ही सीरियल में अरविंद त्रिवेदी ने रावण का सशक्त किरदार निभाया था। आज वे इंडस्ट्री में अपने इसी किरदार की वजह से जाने जाते हैं। मगर अरविंद के रावण बनने का किस्सा भी कम दिलचस्प नहीं है। असल में अरविंद त्रिवेदी रावण का रोल नहीं करना चाहते थे। वहीं एक इंटरव्यू में अरविंद त्रिवेदी ने बताया था कि उनकी इच्छा इस सीरियल में केवट का रोल प्ले करने की थी और वे इसके लिए रामानंद सागर से गुजारिश कर रहे थे, लेकिन रामानंद सागर इससे सहमत नहीं थे।
दिलचस्प है रावण का चुनाव
रामानंद सागर को ना जाने क्या लगा उन्होंने अरविंद त्रिवेदी को स्क्रिप्ट पढ़ने को कहा। अरविंद ने स्क्रिप्ट पढ़ी। फिर थोड़ी देर तक दोनों के दरमिया सन्नाटा पसरा रहा। इसके बाद जब अरविंद स्क्रिप्ट वापस दे कर जाने लगे तो रामानंद सागर ने अरविंद को रोककर बोला कि उन्हें अपना लंकेश यानी रावण मिल गया है। अरविंद त्रिवेदी ने कोई डायलॉग भी नहीं सुनाया था। वहीं ऐसे में उनका चौंकना लाजमी था। वहीं वह रामानंद सागर से बोले कि मैंने तो कोई डायलॉग भी नहीं पढ़ा। इसके साथ ही रामानंद सागर द्वारा लिए गए अचानक फैसले से अरविंद भी चकित थे। वहीं इस पर रामानंद सागर ने कहा था उनकी चाल-ढाल देखकर वे समझ गए कि वही उनके रावण बनने योग्य हैं। वहीं उन्हें 'रामायण' के लिए ऐसा रावण चाहिए जिसमें बुद्धि-बल हो और मुख पर तेज हो।
अरविंद त्रिवेदी असल जीवन में हैं राम भक्त
इसके साथ ही यही नहीं दिलचस्प बात तो ये है कि 'रामायण' में सबसे बड़े खलनायक यानी रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी असल जीवन में राम भक्त हैं और उनकी भक्ति में लीन रहते हैं। वहीं गुजरात के जाने-माने कलाकार अरविंद त्रिवेदी 81 साल के हो चुके हैं। वहीं बढ़ती उम्र उनपर हावी हो चुकी है और वे चल-फिर नहीं सकते। फिलहाल वे घर पर ही रहते हैं और कभी-कभी अस्वस्थ रहते हैं। इसके साथ ही सारा दिन वे राम-राम जाप कर बिता देते हैं। वहीं आजकल वे रोज रामायण देख रहे हैं। ऐसे में इस दौरान की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी जिसमें वे रामायण देखते नजर आ रहे थे।