Nov 21, 2017
अशोकनगर : जब रिश्तों की डोर टूट गई, तो किन्नरों ने सहारा दिया। जी हां, हम बात कर रहे है अशोकनगर जिले की पुरातन नगरी कदवाया की। जहां समाज सेवा के क्षेत्र में हमेशा से तिरस्कार का जीवन जीने वाले बधाईयां गाकर इनाम पाकर भरण पोषण करने वाले किन्नरों ने असहाय हुई 4 बहनों को सहारा दिया।
इतना ही नहीं बड़ी लड़की मुन्नी का ब्याह भी बड़ी धूमधाम से करने का बीड़ा भी उठाया। वहीं बाकी की तीन छोटी बहनों का भरण पोषण का जिम्मा लेकर सामाजिक क्षेत्र में एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो उन समाज सेवियों के मुंह पर तमाचा है, जो सिर्फ समाज सेवा का डोंग करते हैं।
मां की 6 साल पूर्व मृत्यु हो गई थी। एक वर्ष पूर्व मुन्नी का पिता उन बहनों को छोड़कर चला गया था, तो कदवाया में निवास करने वाली नेहा नायक ने उन बेसहारा बच्चियों को सहारा देने की ठानी। इस कार्य में सबसे पहले नेहा ने इन बच्चियों को गोद लिया, फिर माता-पिता की तरह बड़ी बच्ची मुन्नी की फिक्र हुई, तो तलाश के बाद नारई जिला शिवपुरी में विश्वकर्मा परिवार में सुनील के साथ मुन्नी की शादी पक्की की और आज सारे रीति रिवाजों के साथ उसका विवाह सम्पन्न किया।