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नाकेदार ने मांगी रिश्वत, नहीं देने पर कर दी 2 गरीब की पिटाई

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Sep 22, 2017

रायसेन : फारेस्ट विभाग से लकड़ी का सत्यापन कराने लिए रिश्वत के पैसे न देना फरियादी को महंगा पड़ गया। रिश्वत नहीं मिलने पर नाकेदार ने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर कर दो फरियादी की जमकर पिटाई कर दी।

देवरी के नाकेदार ने फरियादियों से सत्यापन करने के बदले पांच हजार रुपए की मांग की, नहीं देने पर कार्यालय बुलाया और हाथ-पैर बांधकर पिटाई कर दी। पीड़ित फरियादी डीएफओ से शिकायत करने वन मंडलाधिकारी कार्यालय रायसेन पहुंचे। डीएफओ ने पीड़ित पक्ष की फरियाद सुनकर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। 

मामला जिले के देवरी क्षेत्र का बताया जा रहा हैं। नाकेदार की पिटाई से हेमराज एवं शाहिद के शरीर नील पड़े हुए थे। हेमराज नोरिया ने बताया कि वो लोग नर्मदा नदी से मछली पकड़कर घर वापस आ रहे थे।

रास्ते में नाकेदार संतोष महाराज ने उन्हें रोककर पूछताछ की और तलाशी भी ली। इसके बाद हमें जाने दिया, लेकिन रात्रि करीब 4 बजे घर से उठाकर ले गए और रेंज कार्यालय में लेजाकर पहले रूमाल से हाथ-पैर बांधे और फिर डंडों से पिटाई लगा दी।

फरियादी शाहिद ने बताया कि मकान काफी जर्जर स्थिति में पहुंच गया हैं, उसे तुड़वाकर नया मकान बनाना चाहता हैं। इस मकान में लगी लकड़ियों का उपयोग नए मकान की खिड़की एवं दरवाजे बनवाने के उपयोग में लाने की इच्छा थी। 

जिसको लेकर लकड़ी के सत्यापन हेतु एक आवेदन वन विभाग में दिया था, लेकिन नाकेदार संतोष महाराज द्वारा लकड़ी के सत्यापन हेतु 5 हजार रुपए की मांग की गई। नहीं देने पर वह नाराज होकर चला गया और 17 सितंबर को रात्रि करीब 4 बजे उसे एवं शाहिद को घर से उठा लाए और पिटाई कर दी। 

डीएफओ रमेश गनावा ने कहा कि मामला अवैध कटाई एवं अवैध परिवहन का बताया जा रहा हैं। यदि आवेदकों के साथ पिटाई हुई हैं तो गलत हैं। वास्तविकता की जांच की जाएगी। जांच उपरांत दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।