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बैगा जनजाति की ये कैसी परम्परा या अन्धविश्वास

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Sep 27, 2017

डिण्डोरी : समनापुर जनपद के अंतर्गत ग्राम बैगा बहुल्य गांव पौड़ी में डायरिया मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। बैगा की मौत के बाद ग्रामीणों ने शव को गांव के अंदर नहीं लाने दिया। इसे बैगा जनजाति की परम्परा कहे या अंधविस्वास।

दरअसल समनापुर जनपद के अंतर्गत बैगा बहुल्य गांव पौड़ी में भगत बैगा की उलटी दस्त से जिला अस्पताल में मौत हो गई। मौत के बाद भगत बैगा के शव को गांव के नहीं ले जाया जा सजा। बैगा ग्रमीणों का मानना हैं कि यदि शव को गांव के अंदर ले कर आने में बीमारी फैलने का खतरा हैं।

जिस कारण से गांव के बाहर ही अंतिम संस्कार किया गया हैं। डायरिया बीमारी की खबर लगते ही समनापुर से स्वास्थ्य अमला भी गांव में जाकर बीमारी का सर्वे कर उपचार करने पहुंचा, लेकिन गांव में कुछ ही बैगा मरीज मिले, जिनका उपचार जारी हैं।