Oct 10, 2017
जबलपुर : प्रदेश सरकार महिलाओं को बढ़ावा देने का हर संभव कोशिश कर रह हैं, लेकिन जो महिलाएं जनप्रतिनिधि हैं उनके पति इस बात का पूरा फायदा उठा रहे हैं। जिससे प्रदेश सरकार की मंशा अनुसार विकास नहीं हो पा रहा हैं। ऐसा ही एक मामला जबलपुर शहर से लगी ग्राम पंचायत बिरनेर में सामने आया हैं, जहां पर सरपंच तो महिला हैं, परन्तु उनका पूरा काम उनके पति संभालते हैं।
जबलपुर के जनपद पनागर में आने वाली ग्राम पंचायत बिरनेर महिला सरपंच बलजीत कौर है, लेकिन महिला सरपंच के पढ़ा लिखा होने के बावजूद उनका काम उनके पति सतपाल सिंह करते हैं। वो भी इस कदर अपनी मनमानी करते हैं कि आप सुनेगें तो चौक जायेगें।
ग्राम पंचायत बिरनेर में न ही किसी घर में शौचालय हैं और न ही कोई साफ सफाई। कुल मिलाकर पूरा ग्राम सरपंच पति की मनमानी की भेंट चढ़ चूका हैं। क्योंकि ग्राम बिरनेर में कोई भी ऐसा विकास नहीं हो रहा हैं जिससे वहां रहने वाले ग्रामीण खुश हो सके और कह सके की हमने जिसे चुना वो हमारा और हमारे परिवार का पूरा ध्यान रख रहा हैं।
इतना ही नहीं इस ग्राम में जो आदिवासी महिला सचिव स्वागिता मरकाम हैं, उसे भी सरपंच पति की कुनीतियों का शिकार होना पड़ रहा हैं। महिला सचिव से सरपंच पति सतपाल सिंह जो ग्राम पंचायत का मद होता हैं उसके कागजात पर जबरन साइन करवा कर पैसा निकालना चाहते हैं और जब महिला सचिव उसका विरोध करती हैं, तो उसके साथ सरपंच पति गाली गलौच कर उसे अपमानित करता हैं।
इस बात की रिपोर्ट महिला सचिव ने थाना खमरिया में भी दर्ज करवाई हैं। जिस पर सरपंच पति के खिलाफ पुलिस ने एससी एसटी का मामला भी दर्ज किया हैं। इसके साथ ही जो प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान ग्राम में बन रहे हैं और जो मटेरियल ग्राम पंचायत में पहुंच रहा हैं, उसका पैसा भी हितग्राहियों से सरपंच पति ही वसूल रहा हैं।
वहीं इस ग्राम से होकर परियट नदी भी गुजरती हैं, उसमे भी कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। इस नदी में ग्राम के छोटे बच्चे नहाते हैं और महिलाएं कपड़े धोती हैं। जिससे नदी का पानी प्रदूषित हो रहा हैं।