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''मैं गुजरात से हूं, नर्मदा के एक-एक बूंद की कीमत जानता हूं : पीएम मोदी

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May 15, 2017

अमरकंटक। मध्यप्रदेश के नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के समापन समारोह के मौके पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम शिवराज की जमकर तारीफ की। उन्होंने सीएम शिवराज के इस अभियान को नदी संरक्षण के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा अभियान बताया। नर्मदा नदी के उद्गमस्थल अनूपपुर जिले के अमरकंटक में सोमवार को जनसंवाद में प्रधानमंत्री ने ‘नर्मदे सर्वदे’ का नारा भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2022 में नया भारत बनाने का सपना लेकर चलना है, हर हिंदुस्तानी को जोड़ना है, आजादी के आंदोलन में जैसे देश जुड़ गया था, देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए नया भारत बनने के लिए हर देशवासी को जोड़ना है।

उन्होंने वर्ष 2022 में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की याद दिलाते हुए कहा, “2022 में आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं, क्या हिंदुस्तान के सवा सौ करोड़ देशवासी हर पल उस वर्ष (2022) का स्मरण नहीं कर सकते, जिन महापुरुषों ने अपना जीवन देश के लिए लगा दिया, जवानी जेल में काट दी, फांसी के तख्ते पर चढ़ गए। क्या उनके सपनों को याद करते हुए हम यह संकल्प नहीं ले सकते कि हमें क्या करना है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ''मैं गुजरात से हूं, नर्मदा के एक-एक बूंद की कीमत जानता हूं.' प्रधानमंत्री अपने संबोधन में कहा हम यात्रा कर नहीं सकते तो यात्री को प्रणाम करने से भी यात्रा का पुण्य प्राप्त होता है आप सभी नर्मदा सेवा यात्रा के यात्रियों को प्रणाम करता हूं। आपसे मिला पुण्य सवा सौ करोड़ देशवासियों के काम आएगा। नर्मदा यात्रा को परिक्रमा से जोड़ा गया है, नर्मदा परिक्रमा से अहंकार चूर-चूर हो जाता है। मां नर्मदा परिक्रमा करने वाले के अहंकार को ज़मीन पर लाकर खड़ा कर देती है। नर्मदा मां ने हज़ारों साल से हमें बचाया है, जीवन दिया है, पूर्वजों की रक्षा की, हमने अधिकार मान लिया और कर्तव्य भूल गए। नर्मदा की परवाह किये बिना जितना चाहा लूटा, नर्मदा को बचाने की आज नौबत आई है।  नर्मदा सेवा यात्रा का विराम है, यज्ञ आरंभ हुआ, यज्ञ में आहुति देनी पड़ती है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के लिए वरदान बताया. शिवराज ने कहा, प्रधानमंत्री जो करते हैं वो दुनिया देखती है। नर्मदा को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे, नशामुक्ति से शराबबंदी की तरफ़ क़दम बढ़ाया
2 जुलाई से वृक्षारोपण करेंगे, कुल 15 करोड़ पौधे लगाएंगे, पिछली सरकार ने यूकेलिप्टस लगवा दिया। दो साल के भीतर नर्मदा को शुद्ध करेंगे, नर्मदा तट पर शौच बंद होगा,नर्मदा में मल-जल की बूंद भी नहीं जाएगी। बाकी नदियों का भी संरक्षण करेंगे
नर्मदा की छाती रेत खनन से छलनी नहीं होगी, अमरकंटक पहाड़ पर कोई खनन नहीं होगा। नर्मदा को विश्व की सबसे स्वच्छ नदी बनाएंगे, 15 मई 2018 को फिर से कामकाज का हिसाब-क़िताब देंगे।