Jan 21, 2019
धर्मेन्द्र शर्मा : ग्वालियर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर को ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए शुरू की गई सेवा सूत्र योजना अपने शुरुआती दौर में ही दम तोड़ती नजर आ रही है। इसके तहत सिटी बसों का संचालन शुरू करा कर लोगों को रियायती दरों पर ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा सुनिश्चित कराना था। लेकिन एक तो शहर में संचालित सिर्फ दो ही बसों को सिटी बस का परमिट दिया गया है वह भी निर्धारित रूट पर। जिससे इन बसों को काफी कम यात्री मिल पा रहे हैं।
बता दें कि ग्वालियर में कई सालों से बंद पड़ी सिटी बस सुविधा को स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन में एक निजी बस ऑपरेटर के साथ अनुबंध को लेकर शुरू किया था। इसके तहत शहर में सिटी बस सेवा चलाई जानी थी लेकिन फिलहाल दीनदयाल नगर से लेकर इंदरगंज चौराहे तक की ही बसों को परमिट दिया गया है।जिससे कम सवारी ही सिटी बस का लुफ्त उठा रही है। रही सही कसर शहर में अवैध रूप से चल रहे टेंपो और ऑटो रिक्शा चालकों ने पूरी कर दी है। शहर में बिना परमिट के 700 से ज्यादा अवैध ऑटो रिक्शा और टेंपो चल रहे हैं,यही अवैध वाहन स्मार्ट बस सेवा संचालन में सबसे बड़ा कारण बन रहे है , ऐसे में अब जिला प्रशासन ने आरटीओ को पत्र लिखकर अवैध रूप से चल रहे ऑटो रिक्शा और टेंपो को शहर से बाहर करने के निर्देश दिए हैं।