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फसल बीमा के लिए डेढ़ साल से दर-दर भटक रहे किसान आमरण अनशन को मजबूर

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Jul 20, 2019

आदिल खान : सिवनी जिले में पिछले डेढ़ साल से फसल बीमा राशि के लिए संघर्षरत किसानों द्वारा 1 सप्ताह पूर्व से शासन प्रशासन को चेताया गया जा रहा था। आमरण अनशन के लिए अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते नाराज किसानों ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन का रास्ता अपनाया है। सिवनी जिले के भोमा व बंडोल आरआई सर्किल के कुल 54 गांवों के किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्लेम के लिए आमरण अनशन पर बैठने मजबूर हो गए हैं। किसानों ने सामूहिक रूप से थाना कान्हीवाड़ा पहुंचकर फसल बीमा कंपनी AIC के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने हेतु लिखित शिकायत भी की है।                                         

इस पूरे मामले में जिला प्रशासन किसान और मीडिया को किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से बचता नजर आ रहा है तो वही विगत वर्ष ओलावृष्टि के तुरंत बाद किसानों का सबसे बड़ा हितेषी साबित करने हेतु सार्वजनिक रूप से तीखी बहस करने वाले वर्तमान भाजपा विधायक राकेश पाल सिंह और पूर्व कांग्रेसी विधायक रजनीश सिंह की किसानों की इस लड़ाई में भूमिका ही नजर नहीं आ रही है। 

जब विगत 13 फरवरी 2018 को भीषण ओलावृष्टि के बाद केवलारी विधानसभा के जोरावारी गांव में क्षेत्रीय सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री  फग्गन सिंह कुलस्ते व तत्कालीन कलेक्टर सहित सैकड़ों किसानों की उपस्थिति में तत्कालीन कांग्रेसी विधायक रजनीश सिंह और तत्कालीन जिला भाजपा अध्यक्ष रहे व वर्तमान केवलारी से भाजपा विधायक राकेश पाल सिंह का आमना-सामना हुआ था तो इन दोनों ने खुद को किसानों का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने के लिए सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे से तीखी बहस की थी जिसका वीडियो काफी वायरल हुआ था। 

अब जब  क्षेत्र के किसान कोई सुनवाई नहीं होने पर आमरण अनशन पर बैठने मजबूर हो गए तो वर्तमान क्षेत्रीय भाजपा विधायक राकेश पाल सिंह औपचारिकता निभाने पहुंच गए और जमकर भाषणबाजी की लेकिन जब स्वराज एक्सप्रेस की टीम द्वारा उनसे इस पूरे मामले पर उनकी भूमिका को लेकर तल्ख सवाल किए गये तो विधायक बनते ही उनके सुर बदले-बदले नजर आए  वह अपनी ही बातों पर फंसते नजर आए।