Oct 8, 2017
भोपाल : करवाचौथ के अवसर पर भोपाल की 108 जोड़े एक साथ रविवार की रात को चंद्रमा देखकर और पूजनकर अपना सामुहित व्रत तोड़ेंगी। इसके लिए कई समाजों की 108 स्त्रियां अपने पति की दीर्घ आयु से जुड़े इस त्यौहार को मनाने के लिए एक साथ आएंगी। कोटरा के सरस्वती विद्या मंदिर में रविवार शाम 6 बजे से दम्पत्तियों का आना शुरू हो जाएगा, जिन्हें कि परिवार सहित आमंत्रित किया गया है। यहां करवा चौथ की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस कार्यक्रम को लेकर मीना साहू, निशा उपाध्याय, कमल गोयल एवं वीरेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि भोपाल में कई स्थानों से लोग आकर बसे हैं, अपने मूल स्थान एवं परिवारों में महिलाओं की संख्या अधिक होने से वह समूह में एक दूसरे के साथ पूजन कर लेती हैं, लेकिन भोपाल में ज्यादातर एकल परिवार हैं, इसलिए हम लोगों ने सोचा कि अपने-अपने परिचितों में क्यों न सभी को एक स्थान पर एकत्र किया जाए और विधिपूर्वक पूजन कर परिवार सहित भोजन का आनंद लिया जाए। इन सभी ने यह भी बताया कि इस सामूहिक करवाचौथ आयोजन एक उद्देश्य एकल जीवन जी रहे दम्पत्तियों का आपस में एक-दूसरे से परिचय कराना भी है।
कार्यक्रम की सहभागी डॉ. निवेदिता शर्मा ने कहा कि हमने इसी के साथ उन महिलाओं को जो डायबिटीज की शिकार हैं उन्हें पहले ही बता दिया है कि वे किस तरह से इस उपवास को करें और हमारे साथ पूजन विधि में सम्मलित हों। उन्हें हमने उपवास के एक दिन पूर्व भोजन में अधिकतम कार्बोहाइड्रेट्स वाले पदार्थ लेने की सलाह दी थी जिससे कि इन सभी का उपवास के दौरान ब्लड शुगर लेवर कम न हो सके।
ज्योतिष आचार्य भरत के अनुसार, चंद्रोदय रात 8 बजकर 10 मिनट पर होगा। जिसके बाद सुहागिनी महिलाएं विधि पूर्वक चंद्र दर्शन करेंगी। उन्होंने बताया कि आज सुबह 6.20 मिनट पर सूर्योदय होने के साथ ही इस व्रत का आरंभ हो गया है। जहां तक पूजन आरंभ करने की बात है महिलाएं शुभ मुहूर्त में शाम 5.54 मिनट से शाम 7.10 मिनट तक पूजा एवं कथा श्रवण कर सकती है। यदि इस समय में पूजा आरंभ न हो सके तो वे शुभ मुहुर्त में दीपक प्रज्ज्वलित कर अपनी सुविधानुसार पूजन शुरू कर सकती हैं। उल्लेखनीय है कि आज के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास रखती हैं, जिसमें कि वह दिनभर पानी का सेवन भी नहीं करती हैं। चंद्रमा की पूजा के बाद उपवास तोड़ा जाता है। महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वह अपना उपवास मिठाई से तोड़ें, जिससे कि उनका ब्लड शुगर लेवल सामान्य हो जाए। इसके बाद ही वे हल्का भोजन करें।