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नर्स के गलत इंजेक्शन लगाने से 11 माह की बच्ची की मौत, परिजनों ने मचाया हंगामा

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Nov 16, 2019

मुकुल शुक्ला : सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में उस समय हंगामे के हालात बन गए जब अस्पताल में भर्ती 11 माह की बच्ची की इलाज़ के दौरान मौत हो गई। जहाँ इस मामले में मृतक बच्ची के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज के नाम पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। बच्ची को नर्स द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से उसकी मौत होने का अंदेशा जाहिर कर जमकर हंगामा मचाया।

मृतक बच्ची के परिजनों ने मचाया हंगामा
इस दौरान मृतक बच्ची के परिजन और डॉक्टर के बीच विवाद के हालात इतने बढ़े की नौबत मारपीट पर पहुँच गई, जिसके बाद बीएमसी प्रशासन ने इस मामले मे मोर्चा संभाला और मृतक बच्ची के परिजनों के आक्रोश को शांत कराया। जहाँ मामले में परिजनो ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की शिकायत अस्पताल चौकी में दर्ज कराते हुए बच्ची की मौत के कारणों के खुलासे से लिए पैनल से जांच की मांग उठाई। जिसके बाद बच्ची का पीएम करवाने के बाद मामला शांत हुआ। 

निमोनिया से पीड़ित थी बच्ची
अस्पताल में मौजूद मोतीनगर थाना के हफसिली निवासी सुनील पटेल के मुताबित उसकी ११ माह की बच्ची निधि पटेल को निमोनिया की शिकायत पर बीएमसी के बच्चो के पीआईसी वार्ड में बधुवार को भर्ती किया गया था। जहाँ उसकी स्थिति में धीरे धीरे सुधार हो रहा था और वह पूर्णरुप से स्वस्थ दिखाई देने लगी थी। इसी बीच परिजनों ने इस हादसे के पहले बच्ची को आज सुबह कुछ खिलाया पिलाया। इसके बाद डॉक्टर राऊंड पर आने के बाद वार्ड की नर्स उसे वापिस वार्ड में ले गई। जहाँ उसके द्वारा जैसे ही बच्ची को इंजेक्शन लगाया गया उसने दम तोड़ दिया।

बच्ची की मौत का कारण
बच्ची के परिजनो का आरोप है जब उन्होंने बच्ची की मौत के मौत का कारण पूछा तो ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने दिल में छेद होने के कारण मौत की बात कही। जबकी इसके संबंध में पूर्व में उन्हे कोई सूचना नहीं दी गई। जहाँ उन्होंने इंजेक्शन के कारण मौत होने की बात कहते हुए इसकी जांच की मांग उठायी और हंगामा किया। वहीं बच्ची का इलाज कर रहे चिकित्सक आशीष जैन के मुताबिक बच्ची की स्थिति शुरू से ठीक नहीं थी और उसके दिल में छेद के साथ निमोनिया था जिसका उपचार चल रहा था। इसी बीच परिजनो द्वारा बच्ची को दूध बिस्कुट खिलाने से वह नुकसान वाला कदम साबित हुआ और एकाएक उसकी तबियत ख़राब हो गई। जहाँ अस्पताल प्रबंधन के हर संभव उपचार के बाद उसकी मौत हो गई। उन्होंने परिजनो की ही लापरवाही को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया तो वही मामले में मौत के कारणों के खुलासे के लिए पोस्टमार्टम की बात कही। जिसके बाद उसकी मौत के सही कारणो का खुलासा हो पायेगा। बहरहाल जिस तरह से इस मामले में परिजन ओर बीएमसी प्रंबधन आमने सामने है उसको लेकर एक बार फिर बीएमसी अस्पताल की व्यवस्था पर सावलिया निशान लग रहा है। जहाँ मरीज की मौत के बाद हंगामे के हालात बनने पर स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।