Aug 9, 2019
धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में डेढ साल पहले अध्ययन शालाओं की डिमांड पर लगाए गए एक करोड़ 15 लाख रुपए के 288 कंप्यूटर शोपीस बनकर रह गए हैं क्योंकि इन कंप्यूटरों में अधिकारियों ने जल्दबाजी में लाइनेक्स सॉफ्टवेयर अपलोड करवा दिया है, जो कि कर्मचारियों और ऑपरेटरों की समझ में नहीं आ रहा है। जिसके बाद अब इन कंप्यूटर में विंडो अपलोड करवाई जा रही है।
ऑपरेटर और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किये बिना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने से खड़ी हुई परेशानी
दरअसल रूसा की राशि से कंप्यूटर की खरीद की गई है और सभी अध्ययन शालाओं में इन्हें लगाया गया है। लेकिन ऑपरेटर और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किये बिना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने से परेशानी खड़ी हो गई। कर्मचारियों को सॉफ्टवेयर समझ में नहीं आ रहा है। जिससे उसके इस्तेमाल करने में परेशानी हो रही है। इसके बाद अब जेयू प्रबंधन दोबारा से कंप्यूटरों में विंडो सिस्टम अपलोड करवा रहा है, ताकि कर्मचारी आसानी से काम कर सके। इसके अलावा प्रबंधन ने जरूरत ना होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को देने के लिए 55 लैपटॉप खरीदने की भी औपचारिकता कर ली है। लैपटॉप की यह खरीद अधिकारियों को अपडेट करने के लिए की जा रही है।