Loading...
अभी-अभी:

प्रधान डाकघर में विधवा महिला के साथ 50 हजार की धोखाधड़ी

image

Jun 21, 2018

कभी गरीब लोगों के विश्वास का केंद्र रहा डाकघर अब घपले और घोटालों का पर्याय बनता जा रहा है। दूरदराज के डाकघर की छोड़ों प्रधान डाकघर की नाक के नीचे ही कई बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं और डाक विभाग के आला अधिकारी सुकन्या, डाक बीमा सहित अन्य स्कीमों के लिए अपनी पीठ थपथपा रहा है। आए दिन सामने आ रहे वित्तीय घोटाले की श्रृंखला में प्रधान डाकघर में एक गरीब विधवा महिला के साथ पचास हजार रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। 

डाकघर के खाते में जमा कराए पचास हजार रुपए 
दरअसल ईदगाह बाड़ी निवासी कल्लू बाई कुशवाह ने अपने पति के देहांत होने के बाद तीन साल पूर्व अपनी बेटी ज्योति कुशवाह की शादी के लिए डाकघर के खाते में पचास हजार रुपए जमा किए थे। बड़ी उम्मीद से अपनी बेटी की विदाई के सपने संजोएं बैठी ज्योति जब गत दिवस डाकघर में ब्याज की एंट्री कराने पहुंची तो यहां उनके खाते में कोई रकम ही जमा नहीं थी। गड़बड़ी होते देख तत्काल डाक विभाग के अधिकारी मामले में दबाने में लग गए। इस दौरान जांच के नाम पर फरियादी महिला से डाक कर्मचारियों ने पासबुक ले ली और अगले दिन 16 अप्रैल 2015 के नाम से बीस हजार की एंट्री चढ़ाकर कुल रकम 22483 रुपए दर्शा दी गई। जबकि पहले की हस्तलिखित सील सहित एंट्री में स्पष्ट रूप से पचास हजार रुपए की एंट्री पासबुक में पंजीबद्ध है। 

डाक विभाग के कर्मचारियों की गलतियों का खामियाजा
इस बावत महिला ने इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को की। लेकिन यहां उसे पिछले दो महीने से जांच में टरकाया जाता रहा। इस दौरान पीडि़त महिला को डाक विभाग के कुछ अधिकारियों कर्मचारियों ने डराते-धमकाते हुए बीस हजार रुपए में समझौता कराने का दबाव डाला तो महिला ने डाकघर में हंगामा मचाते हुए आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली। जिसके बाद आनन-फानन में डाक विभाग द्वारा मामले की जांच संभाग डाक निरीक्षक रविन्द्र भार्गव को सौंपी गई है। जांच के नाम हुई खानापूर्ति में दोषियों को पूरी तरह बचाने का प्रयास किया गया। यहां उल्टा महिला पर ही दोष मढ़ दिया गया कि आपने ही बीस हजार रुपए जमा किए थे, डाक विभाग के कर्मचारियों द्वारा गलती से पचार हजार रुपए की एंट्री चढ़ा कर सील लगा दी गई। अब बात यह समझ से परे है कि आखिर एक अनपढ़ महिला के आगे पढ़ा-लिखा जिम्मेदार डाक विभाग का कर्मचारी इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकता है।

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई ​करने का दिया आश्वासन
वही डाक अधीक्षक महोदय ने महिला के साथ इस तरह का व्यवहार किया जैसे महिला वे कोई अपराध कर दिया हो जिसे अपराधियों की तरह नीचे बैठाया गया है। वहीं डाक अधीक्षक के सामने मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कराई जा रही है। गुना वेस्ट डाक निरीक्षक द्वारा मामले की पहली रिपोर्ट सौंप दी गई। जिसमें स्पष्ट रूप से किसी की गलती सामने नहीं आई है। डाक निरीक्षक को पुन: जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। हम पासबुक के अलावा तीन साल पूर्व जमा किए गए बाउचर की भी जांच कर रहे हैं। संबंधित काउंटर पर बैठे कर्मचारी के बयान लिए गए हैं। इसके अलावा यूसीआर खाते की भी जांच की जा रही है कि कहीं वह राशि उसमें तो नहीं पहुंच गई। महिला को जरूर न्याय दिलाया जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।