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हरदाः फसल का भुगतान नहीं मिलने से नाराज किसानों ने किया मंडी कार्यालय पर कब्जा

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Jun 11, 2019

संदेश पारे- सोमवार को किसानों ने मंडी परिसर में ताले लगाकर कब्जा कर लिया। इस घटना से हड़कंप मच गया। अपनी उपज लेकर पहुँचे सैकड़ों किसान भी मंडी में फंस गए हैं। मंडी की पूरी व ठप्प हो गई। मौके पर एसडीएम मंडी परिसर में गेट का ताला तुड़वाकर अंदर पहुँचे। किसानों से चर्चा की, किन्तु चर्चा विफल रही। किसानों का स्पष्ट कहना है कि प्रशासन ने पहले भी 10 जून तक का समय दिया था। अब भुगतान होने तक मंडी पर कब्ज़ा जारी रहेगा। मंडी पर ताले जड़कर कब्जा कर बैठे वे किसान है, जिनका पिछले दो माह पूर्व एक व्यापारी द्वारा किसानों की फसल खरीदने के बाद भुगतान किये बगैर व्यापारी करीब डेढ़ करोड़ रुपया लेकर फरार हो गया था।

एसडीएम ने मंडी कर्मचारियों को बुलाकर मेनगेट का ताला तुड़वाया

खिरकिया कृषि उपज मंडी में सोमवार को किसानों ने फिर हंगामा करते हुये मंडी के मुख्य द्वार सहित मंडी कार्यालय के गेट पर ताले जड़ दिये और मंडी को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान अपनी उपज बेचने आये सैकड़ों किसान उपज और वाहनों के साथ मंडी में ही कैद हो गए। किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घटना की जानकारी लगने पर पुलिस प्रशासन और तहसीलदार विंकि सिंहमारे राजस्व अमले के साथ मौके पर पहुँची। बाद में एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव मंडी पहुँचे। मैनगेट पर ताला लगा होने की वजह से एसडीएम को भी बाहर ही इंतजार करना पड़ा। बाद में एसडीएम ने मंडी कर्मचारियों को बुलाकर मेनगेट का ताला तुड़वाया, तब कहीं जाकर वे अंदर जा सके। उन्होंने मंडी परिसर में कार्यालय के सामने कब्जा जमाए बैठे किसानों को समझाने का प्रयास किया, किन्तु वे नहीं माने और तत्काल भुगतान को लेकर अड़ गए। उनका तर्क था कि उन्हें पहले भी 10 तारीख तक का आश्वासन मिला था, किंतु कुछ नहीं हुआ। खरीब की फसल की बुआई निकट है, ऐसे में रुपयों के अभाव में बुआई कैसे करेंगे। उनका कहना था कि जब तक किसानों का भुगतान नहीं हो जाता, तब तक यह आंदोलन और मंडी पर किसानों का कब्जा बरकरार रहेगा।

किसानों का आरोप कि 10 जून हो जाने के बाद भी अब तक पीड़ितों के खातों में राशि नहीं आई

दरअसल करीब 2 माह पहले खिरकिया कृषि उपज मंडी का एक लायसेंसी व्यापारी मोनू जैन ने मंडी कर माध्यम से उपज खरीदी और किसानों का करीब डेढ़ करोड़ रुपयों का भुगतान किए बगैर भाग गया। तभी से किसानों द्वारा लगातार प्रदर्शन किए जा रहे है। इसी कड़ी में पिछली 27 मई को वही किसानों ने भुगतान को लेकर तालाबंदी की थी और जिला कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर ने किसानों के बीच पहुंचकर 10 जून तक शासन स्तर पर प्रयास कर मंडी बोर्ड से किसानों की राशि भुगतान करने का आश्वासन दिया था। किसानों का आरोप है कि 10 जून हो जाने के बाद भी अब तक पीड़ित किसानों के खातों में राशि नहीं आई। इसलिए हम लोगों ने यह कदम उठाया है और अब जब तक पीड़ित किसानों को उनका हक नहीं मिल जाता तब तक किसानों के कब्जे में मंदी रहेगी।