Aug 15, 2019
अमित निगम - रतलाम स्टेशन के प्रवेश द्वार पर हाथों में हथियार लिए कबाड़ से बने द्वारपाल साथ ही स्टेशन पर आर्केस्ट्रा पार्टी और बीच में भगवान गणेश की आकर्षक प्रतिमा, देश के विभिन्न शहरों से आये यात्री कबाड़ से बने स्टेच्यू के साथ सेल्फी लेने से नहीं चूकते हैं।
रतलाम रेल मंडल के प्रबंधक आर.एन. सुनकर द्वारा डीजल शेड में रखे रेल गाड़ी के डिब्बों और इंजिन से निकलने वाले कबाड़े को आकर्षक रूप देने का निर्णय लिया गया। फिर क्या था रेलवे के कर्मचारियों द्वारा उसी कबाड़े से महापुरुषों, आर्केस्ट्रा पार्टी, वन्य जीवों की मूर्तियां बनाई गई जो कि रतलाम स्टेशन सहित इन्दौर रेलवे स्टेशन की खूबसूरती में चार चाँद लगा रही है। रतलाम रेल मंडल के हैरिटेज स्टेशन पातालपानी पर तो रस्ते में और स्टेशन पर भी अलग-अलग तरह की कलात्मक स्टेच्यू बनाये और लगाए गए हैं।
यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने कबाड़ से बने स्टेच्यू
डीआरएम सुनकर का मानना है कि जो स्क्रेप निकलता है वो 30 रूपये किलो बिकता है लेकिन उसी स्क्रेप को कला का रूप देने से स्टेशनों के सोंदर्यीकरण पर होने वाली राशि की भी बचत होती है। कलाकृतियां रेलवे के 5 कर्मचारियों की मेहनत का रंग हैं, जो रेलवे में यात्रा करने वाले व आम लोगों का आकर्षण का केंद्र बन रही हैं। डीआरएम का प्रयोग इतना सफल रहा है कि आने वाले समय में मंडल कार्यालय में भी इसी तरह कबाड़े से बने स्टेच्यू का उपयोग कार्यालय की सुंदरता बढ़ाने में किया जावेगा।