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चार दिवसीय राज्य स्तरीय बिटिया उत्सव की शुरुआत

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Mar 9, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर में महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर चार दिवसीय राज्य स्तरीय बिटिया उत्सव की शुरुआत की है। वहीं इस उत्सव के दौरान कविता, कहानी, कला शिविर, परिचर्चा, लोक गायन, फिल्म प्रदर्शनी, नृत्य एवं नाटकों का मंचन इन चार दिवसीय कार्यक्रम में किया जाएगा। इस बिटिया उत्सव के शुभारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, विधायक मुन्नालाल गोयल व कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कर महिलाओं को भी सम्मानित किया।

शुभारंभ प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के द्वारा किया गया

दरअसल सिटी सेंटर स्तिथ कृष्णा सोमबती सभागार में शुक्रवार के दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास द्वारा आयोजित चार दिवसीय बिटिया उत्सव का शुभारंभ प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के द्वारा किया गया। बिटिया उत्सव के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, कांग्रेस विधायक मुन्ना लाल गोयल एवं विभाग की ज्वाइंट डायरेक्टर सीमा शर्मा भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम के दौरान देश की सेवा में शहीद हुए जवानों की पत्नियों एवं माताओं को शॉल श्रीफल और 5 हजार रुपए की सम्मान राशि के साथ सम्मानित भी किया गया। वहीं शहर कि उन महिलाओं एवं बेटियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने देश के पटल पर अपने काम के आधार पर नाम रोशन करते हुए महिलाओं के जीवन उत्थान को लेकर काम भी किया। इस मौके पर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री ने मंच के माध्यम से संदेश देते हुए कहा कि वर्तमान दौर में बेटियों का शिक्षित होना बेहद ही जरूरी है क्योंकि बेटी ही वह रत्न है जो अपने परिवार के साथ ही अपने ससुराल के लोगों को भी शिक्षित करने में महत्वपूर्ण कड़ी होती है। कार्यक्रम में सम्मानित हुई शहर की बेटी ने भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सिर्फ 1 दिन ही नहीं लगातार जारी रहने चाहिए, जिससे बेटी के अंदर छुपी हुई प्रतिभा खुलकर सामने आ सके और उसे एक अच्छा मंच मिल सके।

वर्तमान समय में बेटियां बेटों से आगे निकल चुकी

वहीं कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने भी कहां की महिलाओं को बड़ी संख्या में सम्मानित करना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी और अच्छा काम करने वाले लोग आगे बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में बेटियां बेटों से आगे निकल चुकी हैं और अब उन्हें पलट कर नहीं देखना चाहिए ऐसे ही निरंतर आगे प्रगति पथ पर बढ़ते रहना चाहिए।