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देश की सबसे ताकतवर धनुष तोप हुई सेना के हवाले, देश की रक्षा के लिये किया जायेगा उपयोग

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Mar 9, 2019

फतेहसिंह ठाकुर- देश की सबसे ताकतवर धनुष तोप कल सेना के हवाले कर दी गई। लंबी और जटिल परीक्षण प्रक्रिया को पास कर इस तोप को अब देश की रक्षा के उपयोग में लाया जा सकेगा।  155 एमएम इनडीजीनियस ऑर्टिलरी गन याने बार्फोस के स्वदेशी वर्जन धनुष तोप ने सभी परीक्षण पास कर लिए हैं। 2011 से शुरू धनुष का काम 2014 मे पूरा हो गया था और लगातार 4 सालों से इसका परीक्षण जारी था। गन कैरेज फैक्ट्री के जीएम रजनीश जौहरी ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले लॉट में फैक्ट्री द्वारा निर्मित की गई 6 धनुष तोपों की डिलेवरी 31 मार्च तक कर दी जाएगी।  

कई दौर के परीक्षण से होकर गुजरना पड़ा था इस तोप को

बोफोर्स के स्वदेशी वर्जन धनुष अब दुनिया की ताकतवर तोपों में गिनी जाएगी। जिसे कल भारतीय सेना को सौंप दिया गया है।  जबलपुर के गन कैरिज फैक्ट्री मे निर्मित इस तोप को कई दौर के परीक्षण से होकर गुजरना पड़ा था। ठंड, बरसात और गर्मी अलग अलग वातावरण में भी इसकी जांच की गई थी। अंत में पोखरण में हुए ऑर्टलरी गन टैस्ट को भी धनुष ने पास कर लिया। बीते माह ही फैक्टरी को 114 धपुष तोपों के निर्माण का आर्डर मिला था जिसके तहत पहली धनुष तोप की डिलेवरी आज सेना को दी गई। डिलेवरी से पहले तोपों का पूजन भी किया गया। सेना के तोपखाने में जितनी भी तोपे हैं, उनमें सबसे ज्यादा मारक क्षमता 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष तोप की है। इसे ठीक सटीक निशाने पर करीब 38 किलोमीटर तक की रेंज में मारा जा सकता है।

मौजूदा तोप में 81 प्रतिषत स्वदेशी पर्टस का इस्तेमाल किया गया है और आगामी दिनों में इसे पूर्ण स्वेदशी कर दिया जाएगा। धनुष के टैस्ट में पास हो जाने के बाद अब पहले फेस में कुल 114 तोपें बनाई जाएंगी, जबकि कुल टार्गेट 414 तोपों का है। वहीं आपको बता दें कि धनुष में चीनी बैरिंग लगने का मामला भी सामने आया था जिस पर जबलपुर आ कर, सीबीआई ने अपनी जांच शुरू की थी। वहीं धनुष तोप अब दुश्मनों पर कहर बरपाने 24 घंटे के अंदर बॉर्डर पर पहुंच जाएगी।