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ग्वालियरः सिपाही का जाति प्रमाण पत्र निकला फर्जी, किया गया बर्खास्त

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May 31, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर के बेहट थाना में पदस्थ एक सिपाही का जाति प्रमाण पत्र फर्जी निकलने पर पुलिस के सिपाही के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे बर्खास्त कर दिया गया है। सबसे खास बात यह है कि इस पूरे मामले का खुलासा सिपाही की पत्नी की शिकायत पर हुआ है। सिपाही ने पत्नी से 10 लाख रुपए और एक प्लॉट की मांग की थी जिसके बाद पत्नी ने उसके प्रमाण पत्र को जाली बताकर शिकायत की थी। सिपाही ने 2014 में फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया था और पिछले 5 साल से नौकरी कर रहा था। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है।

आरक्षक राकेश मांझी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

दरअसल सिपाही राकेश मांझी की पत्नी रजनी बाथम ने कुछ दिन पहले एसपी ग्वालियर को शिकायत की थी कि उसका पति जो कि बेहट थाना में पदस्थ है, उसने मांझी समाज अनुसूचित जनजाति का फर्जी प्रमाण पत्र का उपयोग कर पुलिस की नौकरी हासिल की है। इस पर एसपी ने बेहट एसडीओपी को मामले की जांच सौंपी थी। जांच में पाया गया कि राकेश मांझी के द्वारा लगाए गए दस्तावेज मानक पर खरे नहीं है। जिसके बाद उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के लिए विश्वविद्यालय थाना पुलिस को लिखा गया। इसी जांच आवेदन पर पुलिस ने आरक्षक राकेश मांझी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। रजनी ने अपनी शिकायत में राकेश मांझी के बड़े भाई नवल किशोर जो कि अभी गुना पुलिस में पदस्थ है, उसके आदिवासी प्रमाण पत्र को भी फर्जी बताया है। पुलिस की ओर से इसके संबंध में भी जांच की जा रही है।