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विदिशाः सरकारी अनाज खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाओं के चलते अनाजों की बर्बादी

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Apr 18, 2019

दीपेश शाह- आग उगलते मौसम से बेहाल विदिशा में अचानक आये आंधी और बारिश जहां आम लोगों को राहत मिली है, वहीं किसानों और सरकारी अनाज खरीदी केंद्रों के लिए आफत की बारिश बन कर आई है। जिले में कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई है। वहीं सरकारी अनाज खरीदी केंद्रों पर औपचारिकता की प्लास्टिक की पन्नीयां और अव्यवस्थाओं की त्रिपाल डालकर अनाज को भीगने से बचाने की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं लेकिन कैमरे के सामने सब फेल नजर आया।

परिवहन न होने से गेंहू सोसाइटीयों पर ही खुले में पड़ा 

2 दिन से अचानक आई आंधी और तेज बारिश से जहां अनेक पेड़ उखड़ कर गिर गये तो जिले भर में चल रही सरकारी गेंहू के खरीदी केंद्रों पर खुले में पड़ा अनाज भीग गया। सरकारी खरीद केंद्रों पर अनाज की आवक तो जमकर हो रही है, लेकिन अनाज का परिवहन शुरू नहीं हुआ है। जिसके चलते हज़ारों बोरा अनाज सड़ने की संभावना है। विदिशा की नई मंडी में 2 सोसाइटीयों के माध्यम से कई गांव के किसानों के गेहूँ की खरीदी चल रही है। अभी तक दोनों सोसाइटी मिलाकर लगभग 5 हज़ार क्विंटल गेहूँ खरीद चुकी है। लेकिन परिवहन न होने से गेंहू सोसाइटीयों पर ही खुले में पड़ा है। कल अचानक आई आंधी और बारिश से गेंहूँ को बचाने में आनन-फानन तरीके से ऊपर तिरपाल तो ढंक दी लेकिन नीचे से सारी बोरियां भीग गई हैं। जिसे मंडी कर्मचारी उलट-पलट कर सूखा रहे हैं। अब यह अनाज कितना सूखेगा, कितना सड़ेगा यह वक़्त बतायेगा।

मंडी में अपना अनाज बेचने आए किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा

विदिशा की नई मंडी में इन खरीदी केंद्रों के नजदीक ही हज़ारों बोरा धान भी रखी हुई है। जिसकी खरीदी दिसंबर जनवरी में हुई थी, लेकिन उसका परिवहन न होने से वह भी तिरपालों के भरोसे खुले में रखी है। कल हुई आंधी बारिश में तिरपाल फटने से सैकडों बोरी धान भीग गया है। खरीदी केंद्रों पर सोसायटी के सचिव भी बता रहे हैं कि 2 दिन से लगातार हो रही तेज बारिश से गेहूं भीग चुका है तो वहीं मंडी में अपना अनाज बेचने आए किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों की मानें तो आधा अधूरा शेड और दो जगह तुलाई और खरीदी से बड़ी परेशानी हो रही है। जिसके कारण मौसम के बदलाव से अनाज भीग चुका है।