Mar 15, 2018
चम्बल की जांबाज बेटी ईशा सिंह ने दिल्ली आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में देश भर से आये 400 प्रतिभागियों को हराकर स्ट्रांग पर्सन का अवार्ड तीसरी बार अपने नाम किया है। ईशा सिंह आने वाले समय में भारत के लिए गोल्ड लाना चाहती है ईशा अपनी सफलता में अपने माता पिता और कोच का बड़ा योगदान मानती है। ईशा का चयन एयर होस्टेस के लिए हो गया था पर खेलो में रूचि के चलते उन्होंने यह नौकरी नहीं की।
सेक्स रेशियो और महिला की स्थिति के लिए बदनाम चम्बल में बेटियों का खेलों में इस तरह आगे बढ़ना और नित नई सफलताएं अर्जित करना वाकई काबिले तारीफ है। 22 साल की ईशा सिंह ने वेट कम करने के लिए जिम जाना शुरू किया था, उनकी स्टेमिना को कोच उदय शर्मा ने पहचाना वेट लिफ्टिंग, लॉन्ग लिफ्ट एक्सल डेड लिफ्ट में हाथ आजमाना शुरू किया।
दस दिसम्बर 2017 में आयोजित मिस चम्बल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और ईशा ने यह टाइटल अपने नाम किया, इस ख़िताब को जीतने के बाद उनका मनोबल बढ़ गया जिसके बाद उन्होंने कलकत्ता में आयोजित स्ट्रांग पर्सन का अवार्ड जीता जिसके बाद अभी हाल ही में दिल्ली में आयोजित स्ट्रांग पर्सन प्रतियोगिता में टायर लिफ्ट, वेट लिफ्ट और लॉन्ग प्रेस लिफ्ट में अपना दमखम दिखाकर यह खिताब अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता में हरियाणा पंजाब सहित देश के चार सौ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। ईशा सिंह वैसे तो एयर होस्टेस कैरियर बनांना चाहती थी जिसके लिए उन्होंने केवल तैयारी की बल्कि उसमे सफलता भी हासिल भी की लेकिन उनका मन खेलो की तरफ मुड़ गया था इसीलिए उन्होंने नौकरी करना मंजूर नहीं किया।
ईशा सिंह की इस सफलता में उनके माता पिता और कोच का बड़ा योगदान है उनकी माँ दीपा सिंह का कहना है कि हमने अपनी बेटी को किसी चीज से नहीं रोका है उसने जिस क्षेत्र में जाने की सोची हमने उसे पूरा सपोर्ट किया। जब वह अवार्ड जीतकर आती है तो बहुत ख़ुशी होती है।
वहीं कोच उदय शर्मा का कहना है कि ईशा के अलावा कई और लड़कियां जिम आती है पर ईशा में गजब स्टेमिना है साथ ही फिटनेस के प्रति वह समर्पित है। इन्ही बातों के चलते उसे लिफ्टिंग कैरियर बनाने की ट्रेनिंग दी और वह लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। उम्मीद है आने वाले समय में वह भारत को गोल्ड दिलाएगी। ईशा की सफलता से न केवल परिवार बल्कि अंचल अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है। आगामी नबम्बर माह में आस्ट्रेलिया में आयोजित प्रतियोगिता में वह भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।