Jun 20, 2019
अज़हर शेख- आज ऐसा दौर आ गया है कि आधुनिकता की चक्कर में लोग एकल परिवार ज्यादा पसंद करे हैं। एक तरफ मीडिया में, फेसबुक पर ये लोग इतना प्यार जताते हैं, रिश्तों की अहमियत पर लेक्चर झाड़तें हैं, वहीं दूसरी तरफ इनके गिरेबान में झांक कर देखा जाये तो इनकी असलियत नजर आती है। दिखावटी संसार में लोगों का स्वभाव भी दिखावटी हो गया है। जिस मां ने नौ महीने कोख में रख कर, सारे कष्ट सहकर बच्चों का लालन-पालन किया होता है, वही मां बच्चों को बड़े होने पर बोझ नजर आने लगती है। ऐसी एक ह्रदय विदारक घटना इंदौर शहर में देखने को मिली, जब एक भीखी-प्यासी मां थाने पहुंच कर रोने लगी।
दो-दो बेटे-बहुओं के होते हुये बेसाहारा हुई मां
भूखी-प्यासी मां ने अन्नपूर्णा थाने पहुंचकर अपनी व्यथा सुनाई तो मानवता शर्मशार हो गई। 70 वर्षीय मां के दो-दो बेटे-बहू हैं। बेरहम बेटे-बहू ने दो दिन पहले वृद्ध मां को भूखा-प्यासा घर से निकल दिया और ताला लगाकर रफूचक्कर हो गए। बेचारी मां दो दिनों तक अपने बच्चों का इंतजार करती रही। आखिर थाक हार कर, भूख-प्यास से निढाल होकर किसी तरह वो सुबह अन्नपूर्णा थाने पहुंची। उनकी व्यथा सुनकर पुलिसकर्मियों के आंखों में भी आंसू आ गए। पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग महिला को ढांढस बंधाया। जब बुजुर्ग महिला ने अपनी दास्तां सुनाई, तो थाने में मौजूद हर शख्स का दिल पसीज गया। यह दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना जनसेवा नगर निवासी माया (70) पति निम्मा के साथ हुई। मां के रूदन और दर्द को महसूस कर एसआई नीलमणि ठाकुर ने उन्हें निराश्रित सेवा आश्रम पहुंचाया।