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मध्यप्रदेश की जेलों की सुरक्षा को हाईटेक बनाने के लिए मंथन का दौर शुरू

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Dec 7, 2018

धर्मेन्द्र शर्मा - मध्यप्रदेश की जेलों की सुरक्षा को कैसे और हाईटेक बनाया जाए इसको लेकर मंथन का दौर शुरू होने जा रहा है जनवरी के सेकेंड वीक में ऑल इंडिया डीजी कॉफ्रेंस भोपाल में आयोजित की जाने वाली है जिसमें देशभर के डीजी और जेल डीजी के साथ-साथ सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल होगें जो सेंट्रल जेल, जिला और उपजेलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए सिरे से मंथन करेंगे ये कहना है कि मध्य प्रदेश के एडीजी जेल गाजीराम मीणा का।

सीसीटीवी कैमरे से जोड़ा जाएगा जेलों को

गाजीराम मीणा ग्वालियर की सेंट्रल जेल के आस्मिक निरीक्षण पर आएं हुए थे इस दौरान जेल की व्यवस्थाओं को लेकर कैदियों से बात की है, साथ ही सुरक्षा के इंतेजाम भी देखें इस बीच गाजीराम मीणा ने कहा है कि प्रदेश की जेलों में इलेक्ट्रोनिक फेंसिग तो की जा रही है, साथ ही 7 करोड़ रूपए की लागत से प्रदेश की सभी जेलों को सीसीटीवी कैमरे से जोड़ा जा रहा है जिससे भोपाल में बैठकर भी जेलों की स्थिति पर नजर रखी जा सकें इसके साथ ही गाजीराम मीणा ने कहा है कि राजधानी की सेंट्रल जेल में बन रही हाई सिक्योरिटी अंडा सेल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।

85 प्रतिशत काम पूरा

खूंखार बंदियों और सिमी के आतंकियों को जनवरी में इसमें शिफ्ट कर दिया जाएगा अंडा सेल में वर्तमान में टॉवर, सीसीटीवी कैमरे, बिजली फिटिंग का ही काम बकाया है अंडा सेल में 36 बैरक का निर्माण किया गया है अंडा सेल की बैरक में सेंध लगाना संभव नहीं होता है इसका लगभग 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है आपको बता दें कि सेंट्रल जेल में अबु फैजल और सफदर नागौरी समेत सिमी के 31 आतंकी बंद हैं।

जेल में विदेशी जालसाज भी बंद

बता दें की सफदर नागौरी और उसके नौ साथियों को इंदौर कोर्ट से सजा सुनाई जाने के बाद गुजरात की जेल से भोपाल सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था जैसे-जैसे अंडा सेल का काम पूरा हो रहा है वैसे-वैसे सिमी के आतंकियों द्वारा दूसरे प्रदेश की जेलों में शिफ्ट करने के लिए आवेदन किए जा रहे हैं सिमी के आतंकियों के अलावा जेल में विदेशी जालसाज भी बंद हैं।