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मजदूरी का भुगतान न मिलने पर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में गुहार लगाने पहुंचे मजदूर

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May 15, 2019

प्रशांत चौरसिया : दमोह जिले के वन विभाग द्वारा वनांचलो में पौधारोपण के लिए बड़ी संख्या में गड्ढे खुदवाए जाते हैं, लेकिन इन दिनों मजदूरों के माध्यम से गड्ढे खुदवाए जाने के दौरान मजदूरी का भुगतान नहीं करने के लगातार मामले आ रहे हैं। एक और मामला मंगलवार की शाम को देखने में आया। जब करीब 50 मजदूर अपनी मजदूरी की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गए। इन मजदूरों ने आरोप लगाया कि महिला पुरुष मिलाकर करीब 50 लोगों ने गड्ढे खोदे हैं। लेकिन रेंजर द्वारा अब पैसों का सही भुगतान नहीं किया जा रहा। जिससे वे कलेक्टर से इस मामले की गुहार लगाने आए हैं।

50 मजदूरों से कराया काम
दमोह जिले के खंजरी बीट मैं पौधारोपण हेतु गड्ढे खोदे जाने के लिए रेंजर अर्जुन मरकाम द्वारा कटनी जिले से करीब 50 मजदूरों को बुलाया गया था। साथ ही इन मजदूरों से 13 रूपये प्रति गड्ढा एवं चुना डालने का 50 पैसा भुगतान करने की बात मौखिक रूप से कही गई थी। वहीं जब इन मजदूरों द्वारा मेहनत करके गड्ढे खोद दिए गए, उसके बाद रेंजर द्वारा मजदूरों के द्वारा खोदे गए गड्ढे के मुताबिक पैसे नहीं दिए जाने का मामला सामने आया।

मजदूरी के नहीं दिए पैसे
मजदूरों के मुताबिक उनको करीब 80000 रूपये मजदूरी के पैसे चाहिए हैं।लेकिन रेंजर द्वारा केवल 23000 देकर उनको चलता कर दिया गया। साथ ही उनको धमकी भी दी गई। मजदूरों ने आरोप लगाते हुए काम बंद कर कलेक्ट्रेट में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि मंगलवार की शाम कोई प्रमुख अधिकारी मजदूरों को नहीं मिल सका, लेकिन वन विभाग के कुछ अधिकारियों ने पहुंचकर मजदूरों को समझाइश देकर भुगतान कराने की बात कही है।

महिला एवं पुरुष मजदूरों ने रेंजर पर धमकाने का लगाया आरोप
वहीं महिला एवं पुरुष मजदूरों ने रेंजर पर धमकाने तथा कम पैसा देने का आरोप लगाया है। ऐसे हालात में जब वन अमले द्वारा बाहर से मजदूर बुलाकर उनसे काम करा लिया जाता है लेकिन जब मजदूरी का पैसा देने की बारी आती है, तो उसमें वन विभाग के अधिकारियों एवं मजदूरों में विवाद के हालात बनते हैं। वही समझाइश के बाद 16 का रास्ता निकलता है। मजदूरों ने रेंजर पर पैसा नहीं देने के आरोप भी लगाए।