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आदिवासियों और वन विभाग की झड़प का मामला बना सियासी, कांग्रेसी और भाजपाई आदिवासियों को दे रहे कार्यवाही का आश्वासन

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Jul 16, 2019

मनीष जायसवाल: नेपानगर वन परीक्षेत्र के ग्राम बदनापुर के जंगलो में हुए आदिवासियों और वन विभाग की झड़प का मामला अब सियासत गलियारो में गरमाने लगा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के सोशल मीडिया पर ट्वीट करने के बाद वन मंत्री उमंग सिंगार ने देर रात घटना स्थल का दौरा कर आदिवासियों को दोषियों पर कार्यवाही का भरोसा दिलाया।

बदनापुर के जंगलों की खाक छानने में लगे भाजपाई
कांग्रेस के नेताओ के पहुंचने के बाद अब भाजपा के जन प्रतिनिधी भी ग्राम बदनापुर के जंगलों की खाक छानने लगे है। पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और सांसद नंदकुमार सिंग चौहान ने अल सुबह घटना स्थल पर पहुंचकर आदिवासियों से मुलाकात की और हालात का जायजा लिया। उन्होने जांच का आश्वासन देकर दोषियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही की बात कही है।

वन विभाग के अमले पर हुआ था हमला
नेपानगर वन परिक्षेत्र के जंगल में 9 जुलाई को अतिक्रमण हटाने गए वन विभाग के अमले पर हुए हमले में विभाग द्वारा हवाई फायर करने और आदिवासियों के घायल होने का मुद्दा सियासत के गलियारो में बडी बहस बन चुका है। आदिवासी संगठनो के एकजुट होने और विरोध प्रदर्शन के बाद राजनीती और गरमा गई है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अपनी ही पार्टी के खिलाफ दिए बयान के बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल वन मंत्री उमंग सिंगार को जांच का जिम्मा सौंपते हुए घटना स्थल पर रवाना किया। 

नंदकुमार सिंग चौहान ने की आदिवासियों से मुलाकात
मंत्री जी देर रात ग्राम बदनापुर के जंगलो में लावा लश्कर के साथ पहुंचे। कांग्रेस की तर्ज पर भाजपा ने भी मामले को गंभीरता को देखते हुए सांसद नंदकुमार सिंग चौहान को घटना के एक सप्ताह बाद घटना स्थल पर भिजवाया। नंदकुमार सिंग चौहान ने अल सुबह ग्राम बदनापुर के जंगल में जाकर आदिवासियों से मुलाकात कर कार्यवाही का आश्वासन दिया।